कटरा, 27 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू के कटरा में पत्थरबाजी की घटना को लेकर घोड़ा चालकों के प्रधान भूपिंदर सिंह जामवाल ने माफी मांगते हुए पत्थरबाजों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
माता वैष्णो देवी मंदिर में प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी हुई थी। ये घटना सोमवार (25 नवंबर) की है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद पत्थर चले थे।
जिसके बाद घोड़ा चालकों के प्रधान भूपिंदर सिंह जामवाल और उनके साथियों को हिरासत में लिया गया था। सभी को बुधवार (27 नवंबर) दोपहर करीब 1.45 बजे छोड़ दिया गया।
जामवाल ने उस घटना के लिए माफी मांगी। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सीआरपीएफ हमारी मदद के लिए हैं। जब डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी साहब ने हमसे बात की तो हमने अपनी मांगें रखी और कहा कि रोपवे न लगाएं।
उन्होंने कहा कि कटरा में घोड़े वाले, पालकी वाले और छोटा मोटा रोजगार करने वाले हैं। यहां रोज 5-10 करोड़ रुपए का कारोबार होता है। यह हमारी इंड्रस्टी है। ऐसे में हमारा कहना था कि आपको कोई समाधान निकालना होगा और आप ऐसे रोपवे प्रोजेक्ट को शुरू नहीं करा सकते।
उन्होंने कहा कि कटरा के लोग बहुत ही शांतिप्रिय लोग हैं, यहां पर जो भी यात्री आते हैं। उनको हम भगवान का रूप समझते हैं। हम यहां कश्मीर नहीं बनाना चाहते और न ही हमारी सोच एंटी इंडिया है। हम भारत माता की जय करने और संविधान को मानने वाले लोग हैं। पत्थरबाजी वाली घटना को लेकर हम खुद शर्मिंदा हैं। इस घटना के लिए मैं, कटरा के मजदूर और यहां पर जितने दुकानदार हैं, माफी मांगते हैं। जिन्होंने पत्थरबाजी की है, उन पर कार्रवाई हो, हम उनके साथ नहीं है।
बता दें कि रियासी के कटरा कस्बे में माता वैष्णो देवी मंदिर में प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ चार दिनों से चल रहा विरोध प्रदर्शन मंगलवार (26 नवंबर) को सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत के बाद स्थगित कर दिया गया था।
इससे पहले, सोमवार को प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ दुकानदारों और मजदूरों द्वारा निकाले गए मार्च ने उस समय उग्र रूप ले लिया था, जब कुछ प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई और उन्होंने पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप एसएचओ कटरा और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) को मामूली चोट आई।