नई दिल्ली, 2 सितंबर (आईएएनएस)। केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बैठक में जातीय जनगणना पर दिए बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने सोमवार को कहा कि संघ के लोग अब धरातल पर आ गए हैं।
केरल में आरएसएस की मीटिंग के दौरान कहा गया कि संघ जातीय जनगणना के लिए तैयार है, बशर्ते इसका कोई राजनीतिक उपयोग न हो। इस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, “उन लोगों ने जातीय जनगणना को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन अब वे धरातल पर आ गए और इनको मुहर लगाना पड़ा।”
उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस ने जब जातीय जनगणना कराने को कह दिया तो समझिये कि भाजपा ने भी कह ही दिया। कांग्रेस की जीत हुई और राहुल गांधी के दबाव में वे लोग झुक गए। पिछड़े वर्गों के कल्याण और उन्हें उनका हक दिलाने के लिए जातीय जनगणना कराने की मांग की जा रही थी। आज बहुजनों की बड़ी जीत हुई है।
केरल के पलक्कड़ में शनिवार से आरएसएस की बैठक शुरू हुई थी। अखिल भारतीय समन्वय बैठक के पहले दिन सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले समेत सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य अखिल भारतीय पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी बैठक में शिरकत की थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत और साधु शासन करने के लिए नहीं बल्कि समाज का कल्याण करने के लिए आए हैं। इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सबसे पहले योगी आदित्यनाथ को राजनीति छोड़कर ऋषिकेश, हरिद्वार में चले जाना चाहिए। साधु-संत का काम धर्म को बढ़ाना है। हमारे संविधान के हिसाब से धर्म का क्षेत्र ही अलग है। हमारा संविधान सेक्युलर है। राज्य का कोई धर्म नहीं होता, योगी जबरदस्ती ऐसी जगह पर बैठे हुए हैं, जिसका कोई धर्म नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट में “बुलडोजर” कार्रवाई को लेकर हुई सुनवाई पर उदित राज ने कहा, जब बुलडोजर की कार्रवाई हो गई तो फिर संविधान की जरूरत क्या है। लोगों को सजा देने का फैसला अदालत को करना चाहिए। जब हुकुमत के कहने पर अधिकारी लोग ही इस पर फैसला कर देंगे, तो कानून और संविधान के किताब की क्या जरूरत है।