ठाणे, 24 सितंबर (आईएएनएस)। देशभर के अलग-अलग राज्यों में मुस्लिम समाज के लोग आध्यात्मिक गुरु रामगिरी महाराज के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुछ दिन पहले रामगिरी महाराज ने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद से मुस्लिम समाज के लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मुस्लिम समाज औरंगाबाद (संभाजीनगर) में आक्रामक है। भाजपा के विधायक नितेश राणे ने रामगिरी महाराज का समर्थन किया, जिसके बाद मुस्लिम संगठन और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम आक्रामक है।
एआईएमआईएम और मुस्लिम समाज के लोगों ने सोमवार को छत्रपति संभाजी नगर से लेकर मुंबई तक शक्ति प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय ध्वज के साथ संविधान रैली निकाली, जो बिना किसी घटना के सफलतापूर्वक निकाली गई। हालांकि, ठाणे-मुंबई बॉर्डर पर पहुंचने के बाद, ठाणे के कलेक्टर अशोक शिंगारे और मुंबई पुलिस को एआईएमआईएम के पूर्व सांसद नेता ने पत्र सौंपा, जिसके बाद वे फिर से संभाजीनगर के लिए रवाना हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार, वहीं आनंद नगर जकात नाका पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की पुलिस के साथ बहस हो गई। इसके बाद पुलिस ने मुस्लिम समाज के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फिलहाल, मुंबई-ठाणे बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
बता दें कि रामगिरी महाराज पर 14 अगस्त को नासिक के सिन्नर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने का आरोप है। रामगिरी के खिलाफ मुंबई के बांद्रा के निर्मल नगर पुलिस थाने के अलावा कई थानों में मामला दर्ज कराया जा चुका है।