भोपाल: 16 जनवरी/ अटल इनक्यूबेशन सेंटर (एआईसी) – रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (आरएनटीयू) में ड्रोन लैब स्थापित की गई है। जिसका उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे जी के कर कमलों से किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रो-चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, एसजीएसयू के कुलपति डॉ. विजय सिंह, आईक्यूएसी के निदेशक डॉ. नितिन वत्स, विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. संगीता जौहरी, एआईसी के सीईओ श्री रोनाल्ड फर्नांडिस विशेष रूप से उपस्थित थे। विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि यह ड्रोन लैब उन छात्रों और उद्यमियों को जरूरी संसाधन, सुविधाएं और मार्गदर्शन प्रदान करेगा, जो ड्रोन तकनीक में नवाचार करना चाहते हैं। इस लैब में ड्रोन टिन्करिंग किट्स, क्वाडकॉप्टर, हेक्साकॉप्टर और एग्री ड्रोन जैसी अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक उपलब्ध हैं । इसके साथ ही, ड्रोन बनाने, टेस्टिंग करने और सुधारने के लिए जरूरी उपकरण भी मुहैया कराए जाएंगे।
ड्रोन लैब के उद्घाटन उपरांत संतोष चौबे जी ने कहा कि भारत को ड्रोन प्रौद्योगिकी के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने और सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, रसद और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों को सुरक्षित करने के सरकार के उद्देश्य को पूरा करने में यह ड्रोन लैब महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। साथ ही देश के प्रधानमंत्री जी के स्वप्न मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी अनूठी पहलों को और मजबूत करेगा।
डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने बताया कि नवीनतम तकनीकी विकास और उभरते हुए उद्योगों में ड्रोन सेक्टर ने अत्यधिक लोकप्रियता हासिल की है। ड्रोन का उपयोग कृषि, सुरक्षा, निर्माण, निगरानी, और सप्लाई चेन में बढ़ता जा रहा है। ऐसे में, इस क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स के लिए विशेष स्थान और संसाधन की आवश्यकता है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन ने ड्रोन लैब की शुरुआत की है, जो इस क्षेत्र में काम कर रहे इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स को जरूरी समर्थन, संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
गौरतलब है की एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन ने 2018 में स्थापना के बाद से अटल इनोवेशन मिशन – नीति आयोग, डीएसटी, स्टार्टअप इंडिया , मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एवं आइडेक्स – डी.आई.ओ के साथ जुड़कर अब तक 500 से अधिक स्टार्टअप्स की सहायता की है।