दो दिवसीय नेशनल ऑटोमोबाइल ओलम्पियाड का हुआ भव्य शुभारंभ, छात्रों ने दिखाया कौशल

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भोपाल : 27 दिसंबर/ ऑटोमोटिव स्किल्‍स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) और सीबीएसई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय नेशनल ऑटोमोबाइल ओलम्पियाड (एनएओ) के फाइनल राउंड का भव्य आगाज स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को किया गया। इस दौरान रोबोटेक्स, एआर-वीआर के जरिए वेल्डिंग सिम्यूलेशन और ऑटोमोबाइल संबंधी विषयों पर प्रेजेंटेशन कॉम्पीटिशन्स का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा छठी से लेकर 12वी तक के करीब 74 छात्रों ने अपना टैलेंट का प्रदर्शन किया। बता दें कि इस ओलम्पियाड के स्कूल लेवल, जिला और राज्‍य स्‍तरीय प्रतियोगिता के बाद इन 74 छात्रों को चुना गया है, जो अब राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस फाइनल राउंड में अपने टैलेंट को प्रदर्शित कर रहे हैं।

रोबोटेक्स कॉम्पीटिशन की शुरुआत रोबोटेक्स ट्रेनिंग से हुई जिसमें रोबोट एसेम्बलिंग के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया गया। इसके बाद रोबोट एसेम्बलिंग का टास्क दिया गया जिसमें छात्रों ने टाइम और एफिशंयसी का प्रदर्शन किया। वहीं वेल्डिंग सिम्यूलेशन कैटेगरी में सबसे पहले छात्रों को वेल्डिंग के क्षेत्र में एडवांसमेंट से अवगत कराया गया। इसके बाद विभिन्न पैरामिटर्स की जानकारी देते हुए एआर-वीआर टेक्नोलॉजी पर आधारित वेल्डिंग सिम्यूलेशन को डेमोंस्ट्रेट किया गया। अंत में ट्रेनिंग के आधार पर टास्क प्रदान कर छात्रों को विभिन्न पैरामीटर्स की परफॉर्मेंस पर इवेलुएट किया गया।

प्रेजेंटेशन्स के तहत कक्षा 6 से 8वीं तक के छात्रों ने “आईडियास फॉर ग्रीन मोबिलिटी – चैलेंजेस एंड आईडिया”, कक्षा 9वीं एवं 10वीं के छात्रों ने “ऑटोमोबाइल डिजाइन फॉर फ्यूचर” और कक्षा 11वीं एवं 12वीं के छात्रों ने “इंपैक्ट फॉर सॉफ्टवेयर डिफाइन्ड व्हीकल्स ऑन सोसायटी” विषयों पर अपने पेपर प्रेजेंट करते हुए कई अनूठे समाधान एवं विचार प्रस्तुत किए।

उद्घाटन समारोह के दौरान एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इस तरह की पहल ऑटोमोटिव पेशेवरों की अगली पीढ़ी को तैयार करेगी और इसके लिए एएसडीसी प्रतिबद्ध है। कौशल प्रशिक्षण के जरिये युवाओं में ऑटोमोटिव इंडस्‍ट्री के प्रति लगाव, रचनात्‍मकता और एक्‍सीलेंस पैदा करने का लक्ष्‍य है, ताकि इंडस्‍ट्री रेडी हो सके।

स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि नेशनल ऑटोमोबाइल ओलंपियाड एक अनूठा आयोजन है जो रचनात्मक तरीके से छात्रों के कौशल विकास को बढ़ावा देता है और उन्हें अपने करियर के लिए नए विकल्पों के प्रति भी जागरुक करता है।

स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, डॉ. अजय भूषण ने भी ओलंपियाड के महत्व पर अपने विचार साझा किए और कहा कि राष्ट्रीय ऑटोमोबाइल ओलंपियाड केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि प्रतिभागियों के लिए सीखने का एक अनुभव है। यह नवाचार को प्रोत्साहित करता है, समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देता है, और युवा प्रतिभाओं को भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र की भविष्य की जरूरतों के साथ जोड़ने में मदद करता है। इस तरह की पहल एक मजबूत, कुशल कार्यबल बनाने में सहायक होती है, जिससे उद्योग को गति मिलेगी।