पटना, 5 मई (आईएएनएस)। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सोमवार को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद पहली बार ममता बनर्जी के वहां जाने और राहुल गांधी के सिख दंगे पर दिए गए बयान पर समाचार एजेंसी आईएएनएस के साथ अपनी राय साझा की।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान और आतंकवादियों के आकाओं को मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए। पूरा विपक्ष सरकार को समर्थन दे चुका है।
राजद प्रवक्ता ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पाकिस्तान को सीधी चेतावनी देने पर कहा कि पाकिस्तान और आतंकवादियों के आकाओं को मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए। पूरा विपक्ष सरकार को समर्थन दे चुका है। देश की जनता इस मामले में एकजुट है, लेकिन 12-13 दिन बीतने के बाद भी सरकार अब तक अंजाम तक नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में कार्रवाई के नाम पर कुछ ऐसा नहीं दिखा है। यह बयान-वीरों का नहीं, भारत-वीरों का देश है। भारत की वीरता जगजाहिर है। वह दिखानी चाहिए।
पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद पहली बार ममता बनर्जी मुर्शिदाबाद जाने वाली हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। ममता दीदी वहां पर मजबूती से उपद्रवियों और दंगाइयों से निपटने के लिए तैयार हैं। बंगाल में कानून का राज स्थापित है। जो लोग चाहते हैं भाई-भाई में लड़ाई-झगड़ा करवाना, ममता दीदी वह नहीं होने देंगी। इसलिए वह जा रही हैं। वहां पर पीड़ित लोगों से मिलेंगी जिससे एक अच्छा संदेश जाएगा कि सरकार वहां मुस्तैदी से खड़ी है।
दिल्ली सिख दंगे को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि 1980 में जो सिख दंगा हुआ था वह गलत हुआ था। इस पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी ने इस बात को स्वीकार किया है, यह उनकी महानता है। उन्होंने दूसरे के ऊपर दोष न देकर अपने ऊपर लिया, अपनी गलती मानी। आज के जमाने में तो ऐसा देखने को नहीं मिलता है। राहुल गांधी ने एक उदाहरण पेश किया है।
वहीं, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में वक्फ संशोधन कानून की वैधता के खिलाफ याचिकाओं पर होने वाली सुनवाई पर कहा कि इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय से बड़ी उम्मीदें हैं। देखना है सर्वोच्च न्यायालय से क्या फैसला आता है।