प्रधानमंत्री पद के लिए हर तरीके से सक्षम हैं ममता बनर्जी : शत्रुघ्न सिन्हा

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नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस सांसद और दिग्गज अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का सबसे प्रबल दावेदार बताया। इसके अलावा शत्रुघ्न सिन्हा ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से लेकर बेटी सोनाक्षी सिन्हा की शादी को लेकर भी अपनी बात रखी।

सवाल :- बिहार का बेटा बिहार कब वापस आएगा?

जवाब :- फिलहाल मैं ममता बनर्जी के साथ हूं। कल क्या होगा वक्त आने पर बता देंगे, अभी जहां हूं बहुत संतुष्ट हूं। कुछ लोगों को नई दिशा में दिख रहा हूं, लेकिन मैं सही दिशा में हूं। जब हम बिहार की बात करते हैं, तो मैं वहां के लोगों का सम्मान करता हूं।

सवाल :- क्या ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री पद की दावेदार हैं?

जवाब :- यह तो इंडिया ब्लॉक की पार्टियां तय कर सकती हैं। लेकिन, उनकी क्षमता की बात करें तो वे तीन-चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वह हर मामले पर अपनी राय रखती हैं, जो करना चाहती हैं, वह करती हैं। प्रधानमंत्री पद के लिए वह सक्षम नेता हैं।

सवाल :- क्या आप अपनी बेटी सोनाक्षी सिन्हा की शादी से नाराज थे?

जवाब :- यह मेरा पारिवारिक मामला है, लेकिन मैं आज यह साफ कर देना चाहता हूं कि शादी में मेरी और मेरी पत्नी पूनम सिन्हा की रजामंदी थी। मैं एक बाप हूं और बेटी के हर फैसले में उसके साथ हूं। यह जोड़ी मेड फॉर ईच अदर है।

जवाब :- यह मेरा पारिवारिक मामला है, लेकिन मैं आज यह साफ कर देना चाहता हूं कि शादी में मेरी और मेरी पत्नी पूनम सिन्हा की रजामंदी थी। मैं एक बाप हूं और बेटी के हर फैसले में उसके साथ हूं। यह जोड़ी ‘मेड फॉर ईच अदर’ है।

सवाल :- वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर बवाल मचा हुआ है। कई साल बाद किसी बिल को जेपीसी में भेजा गया, क्या यह मज़बूत विपक्ष की वजह से संभव हुआ?

जवाब :- यह बहुत संवेदनशील मामला है। मुझे नहीं पता कि सत्तारूढ़ पार्टी में मेरे दोस्तों और प्रधानमंत्री ने इस बारे में क्यों सोचा, क्योंकि अभी इसकी जरूरत नहीं थी। सत्तारूढ़ पार्टी पहले जितनी मजबूत नहीं है, वह बहुत कमजोर हो गई है और विपक्ष बहुत मजबूत और शक्तिशाली है। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल की फिलहाल कोई जरूरत नहीं थी।

सवाल :- बांग्लादेश में जो कुछ हुआ और हिंदुओं पर जो कुछ हो रहा है उस पर टीएमसी ने चुप्पी साध रखी है। क्या कहना चाहेंगे आप?

जवाब :- यह मामला दो देशों से जुड़ा हुआ है, वहां पर नई सरकार आयी है। जो कुछ भी हो रहा है, वह दूसरे देश में हो रहा है। हम वहां अपना कोई आदेश लागू नहीं कर सकते, अपील कर सकते हैं। हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि गुस्से में हम कुछ ऐसा न कर दें कि लेने के देने पड़ जाए, इसलिए वेट एंड वाच जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी बांग्लादेश में भी बहुत लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा है कि अगर बांग्लादेश के लोग हमारे देश में आना चाहते हैं, तो हम उन्हें मना नहीं कर सकते, क्योंकि हम ‘अतिथि देवो भव’ में विश्वास करते हैं। ऐसा करने में निश्चित रूप से केंद्र की मदद की आवश्यकता होगी।

सवाल :- केंद्र की नई सरकार में नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू की अहमियत बढ़ गई है। क्या लगता है, नीतीश कुमार फिर पलटी मार सकते हैं?

जवाब :- नीतीश जी हमको बहुत मानते हैं, मैं उनकी बहुत इज़्ज़त करता हूं। आप इसका लाभ का पद कहें या हितों का टकराव। मैं टिप्पणी नहीं करता, लालू जी या उनके परिवार के बारे में भी मैं कुछ नहीं कहता।