बहराइच, 28 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बहराइच में अनियमितता बरतने पर शनिवार को अल्ट्रासाउंड संचालकों पर गाज गिरी। शासन से मिले निर्देश के बाद बहराइच के नानपारा में एसडीएम एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में दर्जनों डायग्नोस्टिक एवं अल्ट्रासाउंड सेंटरों के यहां छापेमारी की गई।
इस बीच, छापेमारी की भनक लगते ही कुछ लोगों ने अपने सेंटर पर ताला लगा लिया, तो कुछ के यहां डॉक्टर ही नहीं मिले। छापेमारी के संबंध में उप-जिलाधिकारी ने रिपोर्ट बना कर सीएमओ को भेजने की बात कही है।
नगर में एक दर्जन से अधिक अल्ट्रासाउंड केंद्र, पैथोलॉजी और अवैध क्लीनिक चल रहे हैं। यहां कई लोग बिना डिग्री के ही खुद को डॉक्टर बताकर लोगों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। यहां अल्ट्रासाउंड केंद्र और पैथोलॉजी का मकड़ जाल है। इसके एजेंट स्वास्थ्य केंद्रों पर खड़े रहते हैं। मरीजों को अपने पैथोलॉजी पर ले जाकर महंगी दरों में उनकी जांच करते हैं। इन्हीं लोगों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर मरीजों को दवाई देते हैं। इस बीच, कई बार रिपोर्ट सही नहीं होने पर मरीजों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है।
अनियमितता की सूचना पर उप-जिलाधिकारी अश्विनी कुमार पांडे और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी चंद्रभान राम के द्वारा कई डायग्नोस्टिक सेंटरों की आकस्मिक जांच की गई। उपजिलाधिकारी अश्विनी कुमार पांडे ने बताया, “कई डाइग्नोस्टिक सेंटरों की जांच की गई। इसमें से कुछ जगहों पर डाक्टर नहीं मिले हैं। वहीं अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर भी कमियां पाई गई हैं। इन सभी सेंटरों की विस्तृत जांच कर एक रिपोर्ट सीएमओ एवं जिलाधिकारी को भेजी गई है। इस दिशा में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।”
छापेमारी के दौरान उप-जिलाधिकारी ने सेंटर में मौजूद कई लोगों से पूछताछ की, तो वे सभी सकपका गए। इस छापेमारी के बाद शहर भर के सेंटरों में अफरातफरी का माहौल है।