
- गोवा के आर्टिस्ट सुबोध केरकर से किया पल्लवी चतुर्वेदी ने साक्षात्कार
- परिधि जैन से सीखी फोटोग्राफी की बारीकियां
- सुब्रह्मण्यम अकादमी ने दी रंगारंग प्रस्तुति
भोपाल : 5 दिसंबर/ गेट सेट पेरेंट विथ पल्लवी के द्वारा विश्वरंग के साथ आयोजित किए जा रहे 9 दिवसीय चिल्ड्रन्स आर्ट, लिटरेचर एवं म्यूजिक फेस्टिवल का रविवार को भव्य समापन हुआ। पहले सत्र में गेट सेट पेरेंट की फाउंडर डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी ने सुबोध केरकर से साक्षात्कार किया। सुबोध केरकर गोवा के एक चित्रकार और मूर्तिकार कलाकार हैं, और गोवा के निजी आर्ट गैलरी संग्रहालय के संस्थापक भी हैं। सुबोध केरकर एक सफल डॉक्टर थे , मगर तीस साल पहले उन्होंने अपना पैशन आर्ट को चुना। बातचीत में उन्होंने कहा कि बच्चों की परवरिश में आर्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए। हमारी जिंदगी का एक ही उद्देश्य होना चाहिए कि हम खुश रहे। साथ ही उन्होंने बताया कि हम जिस काम को करना पसंद करते है उसे करके ही खुश रह सकते है। उन्होंने बताया की आर्टिस्ट होने के लिए आपका मन बच्चे के समान होना बहुत जरूरी है क्योंकि बच्चे हर चीज़ को ऑब्ज़र्व करते हैं, साफ मन से किसी भी बदलाव को अपनाते हैं। पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि वे बच्चों को किसी भी चीज़ के लिए कंडीशन न करें। बच्चों को स्वतंत्र छोड़ उन्हें अपने हिसाब से बढ़ने दें। उन्हें किसी भी ढांचे में बांधने से बचे। एक प्रकार से कंडीशन होने की वजह से बच्चे बेहतर आर्टिस्ट नहीं बन पाते हैं। बच्चों को निडर होना चाहिए, उन्हें नहीं सोचना चाहिए कि उनके कुछ करने से कोई क्या सोचेगा । उन्होंने बताया कि कैसे आर्ट इंसान की रोटी, कपड़ा, मकान से परे के बाकी कंसर्न्स को संतुष्ट करता है। अभी कोरोना महामारी के समय अगर हमारे पास आर्ट नहीं होता तो जीवन यापन मुश्किल हो जाता। आर्ट के बगैर इंसान और जानवर में कोई फर्क नही है।
दूसरा सत्र दूसरा सत्र परिधि जैन के द्वारा फोटोग्राफी के ऊपर लिया गया। परिधि जैन द कैमरावाला संस्थान चलाती है जिसमें वेडिंग फोटोग्राफी और सिनेमाटोग्राफी की जाती है। वे अपना मोबाइल फोटोग्राफी कोर्स भी चलाती है। उन्होंने वर्कशॉप में फोन कैमरा के फीचर्स , कंपोजिशन, कलर कंपोजिशन ,सिमेट्री आदि सिखाया। फोकस , ज़ूम और कैसे फोटो खींचते वक्त हम कैमरे को शेक होने से बचा सकते है। सभी ट्रिक्स भी सिखाई। उन्होंने आखिर में एक पिक्चर को फ़ोन से एडिट करना भी बताया।
तीसरे सत्र में SAPA का म्यूजिक कॉन्सर्ट हुआ । सुब्रह्मण्यम अकैडमी आफ फाइन आर्ट्स के बिंदु और उनके भाई अम्बी ने वायलिन पर संगीत की बेहतरीन प्रस्तुति दी । पहला गाना 'इन द सन' जो उन्होंने प्रस्तुत किया वह दोनों ने साथ में लिखा है । दूसरा बेहद सुंदर गाना उन्होंने 'तिल्लाना' गाया जो कि कर्नाटक संगीत में इस्तेमाल किया जाता है। SAPA की रंगारंग प्रस्तुति के साथ इस भव्य महोत्सव जो पिछले तीन हफ़्तों से चला आ रहा था उसका समापन हुआ।