जमशेदपुर, 23 नवंबर (आईएएनएस)। जमशेदपुर की सभी छह विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। कुछ ही देर में यहां स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। इन सीटों को लेकर सभी प्रत्याशियों के बीच उत्सुकता का माहौल बना हुआ है।
इस बीच, जमशेदपुर पश्चिम से कांग्रेस प्रत्याशी बन्ना गुप्ता का बयान सामने आया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान वह अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार वह इस सीट पर जीत का परचम लहराकर रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि इस सीट पर इंडिया ब्लॉक के पक्ष में माहौल बना हुआ है।
उन्होंने कहा, “इस सीट पर जनता ने अपने मताधिकार का भरपूर प्रयोग किया है। मैं इस सीट पर अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हूं। मुझे यह कहने में कोई हर्ज नहीं है कि इस सीट पर इंडिया ब्लॉक बाजी मारने जा रहा है। यहां हेमंत सोरेन के नेतृत्व की सरकार बनेगी। हमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी का आशीर्वाद प्राप्त है। हम लोग कमाल करके दिखाएंगे। कुछ ही देर में पूरी स्थिति साफ हो जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा, “इस बार आप यहां लोकतंत्र के सिद्धांतों को दृढ़ होते हुए देखेंगे। हमारी पार्टी और हमारे नेता हमेशा से ही लोकतंत्र के सिद्धांतों की पैरोकारी करते हुए आए हैं और आगे भी करते रहेंगे।”
बीती रात स्ट्रांग रूम में लगे एलईडी स्क्रीन ब्लैक आउट होने पर उन्होंने कहा, “यह गंभीर चिंता का विषय है। इसके अलावा, इससे कहीं ना कहीं चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े होते हैं। हमारी पार्टी इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकती है। चुनाव आयोग की जिम्मेदारी बनती है कि वह यह पता करें कि आखिर यह सब कुछ कैसे और क्यों हुआ। आखिर इसके पीछे किसकी लापरवाही छुपी हुई थी कि इतनी देर तक सीसीटीवी बंद रहा। जिस तरह से पहले सीसीटीवी बंद रहा और इसके बाद वो स्वत: चल गया। निश्चित तौर पर इसमें कुछ लापरवाही नजर आ रही है। इसकी जांच सुनिश्चित की जानी चाहिए।”
बता दें कि जमशेदपुर के मतगणना स्थल कोआपरेटिव कॉलेज में देर रात सीसीटीवी कैमरा बंद हो गया। कैमरे का डिसप्ले बंद होने से लोगों के बीच में हड़कंप मच गया। इस बीच, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्हीं लोगों के लिए सीसीटीवी फुटेज लगाया गया था, ताकि वो पूरी स्थिति को देख सके। लेकिन, 40 मिनट तक सीसीटीवी फुटेज का डिस्प्ले बंद रहा। इस बारे में जब अन्य अधिकारियों से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि ऐसा किसी तकनीकी खामी की वजह से हुआ है, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा।