नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर ईवीएम का राग अलापना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के आरोपों पर जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी।
जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा, “बिहार में जब तक बैलेट था तो गरीबों को वोट देने का अधिकार नहीं था और वह अपने मतदान से वंचित रह जाते थे। यह (विपक्ष) लोग 10 बजे ही बैलेट छाप लेते थे। आप खुद उस समय की पुरानी खबरें देख सकते हैं। पहली बार जब ईवीएम आया तो गरीब को वोट देने का अधिकार मिला, इसलिए हम लोग पूरी तरह से ईवीएम का समर्थन करते हैं।”
उन्होंने कहा, “यह लोग जब चुनाव जीत जाते हैं, तब तो कुछ नहीं बोलते हैं। मगर, चुनाव हार जाते हैं तो ईवीएम पर सवाल उठाते हैं, यह लोग लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ हैं। ईवीएम के विरोध करने के मतलब से साफ है कि यह लोग गरीब और पिछड़ों के वोटों के खिलाफ हैं।”
सांसद संजय कुमार झा ने झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा, “रिजल्ट आपके सामने है, इन्होंने झारखंड में दो बार सरकार बनाई। 2004 से 2014 और अब दोबारा उन्होंने कैसे सरकार बनाई? उन्हें अपनी पार्टी का हाल देखना चाहिए, अगर जनता आपके साथ नहीं है तो कहां से वोट मिलेगा।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘महायुति’ गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है। महायुति में शामिल भाजपा ने 132, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है।
वहीं, महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने सबसे अधिक 20 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस ने 16 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) को 10 सीटों पर जीत मिली है। समाजवादी पार्टी ने दो सीटें जीती हैं। जबकि, अन्य के खाते में 10 सीटें आई हैं।