नई दिल्ली, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सदन में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान पर कटाक्ष किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि दो-तीन दिन पहले अमित शाह ने संसद में अंबेडकर के बारे में बयान दिया। वह बार-बार यही कहते हैं कि यह मेरी एक लाइन थी, जिसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। सबसे पहली बात तो यह सच नहीं है, क्योंकि उनके द्वारा कई गलत बयान दिए हैं, जिनमें कई गलत तथ्य हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370, नेहरू के साथ अंबेडकर के रिश्ते सहित उनके इस्तीफे के बारे में बात की, इसमें कोई तथ्य या सच्चाई नहीं थी। हालांकि, जिस तरह से उन्होंने बाबासाहेब का नाम लिया, उससे उनके प्रति उनकी हीन भावना का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि दुख की बात यह थी कि वह सांसदों को देखकर यह बात कह रहे थे और सांसद समर्थन में मेज को थपथपा रहे थे। संविधान को कांग्रेस ने संजोया है। हमारा कर्तव्य बनता है कि संविधान के निर्माता के लिए हम सड़कों पर उतरें और कांग्रेस वही कर रही है।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर दिए गए बयान पर कांग्रेस नेता ने कहा, “मेरा मानना है कि वह जो भी शब्द चाहें इस्तेमाल कर सकते हैं। मेरा हमेशा से मानना है कि चाहे भाजपा हो, कोई भी पार्टी हो या कांग्रेस हो, हमें हमेशा अपने शब्दों में संयम और शिष्टता बनाए रखनी चाहिए।”
आबकारी नीति घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर मुकदमा चलाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को एलजी वीके सक्सेना द्वारा दी गई मंजूरी पर कांग्रेस नेता ने कहा कि यह अपेक्षित था। हमारी पार्टी ने पहले ही यह आरोप लगाया था और एलजी साहब को पत्र भेजकर उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा था। कई सालों तक जांच चलती रही और ये लोग जेल भी गए, जिनमें उनके मंत्री भी शामिल थे। हमें पूरा भरोसा था कि पुख्ता सबूतों के साथ मामला दर्ज होगा और जब मुकदमा चलेगा तो वह दोषी पाए जाएंगे। मुझे इसमें कोई आश्चर्य नहीं हो रहा है। मुझे तो इस बात का आश्चर्य है कि इसमें इतनी देरी क्यों हुई। अगर केस पहले ही चल जाता तो केजरीवाल कम से कम 7 से 8 साल जेल में होते।
अरविंद केजरीवाल के वायरल एआई वीडियो पर कांग्रेस नेता ने कहा कि इसमें बाबा साहेब की तस्वीर को आशीर्वाद देते हुए दिखाने के लिए एआई का इस्तेमाल किया गया। ये बहुत ही शर्मनाक है, हमने अपने महापुरुषों का इस तरह से कभी इस्तेमाल नहीं किया। हम उनका सम्मान करते हैं, उनका आदर करते हैं और उनकी तस्वीरें दफ्तरों और घरों में सम्मान के साथ रखी जाती हैं। लेकिन एक फर्जी वीडियो बनाकर दिखाना कि वह आपको आशीर्वाद दे रहे हैं, जिससे लोग गुमराह हो सकते हैं। मेरा मानना है कि इससे ज्यादा घृणित राजनीति कोई नहीं कर सकता। मैं हमेशा मानता था कि केजरीवाल कभी इतना स्तर राजनीति में नहीं गिरा सकते हैं। लेकिन, उन्होंने अपना स्तर गिराया है। ऐसी विभूतियों को इस तरह से इस्तेमाल करना गैरकानूनी भी है।