सूरत, 5 जून (आईएएनएस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एक-दिवसीय केंद्रीय कार्यसमिति बैठक सूरत में संपन्न हुई। एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल और राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने माता सरस्वती और स्वामी विवेकानंद जी के फोटे के सामने दीप प्रज्वलित कर और सामूहिक वंदे मातरम् गाकर बैठक की शुरुआत की।
इस दौरान 5 जून को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर केंद्रीय कार्यसमिति सदस्यों ने पर्यावरण क्षेत्र में योगदान देने और पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने की शपथ ली।
उल्लेखनीय है कि 7 जून से 9 जून तक गुजरात के सूरत में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक होने वाली है। इस बैठक में देश के सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल लेंगे। बैठक में शिक्षा, पर्यावरण, समसामयिक विषयों पर विस्तृत चर्चा के उपरांत देशभर में विद्यार्थी परिषद की गतिविधियों की आगामी योजना की दिशा निर्धारित होगी।
इसके बाद 6 जून की शाम में नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में देश के प्रसिद्ध अभिनेता मनोज जोशी शामिल होंगे, साथ ही सूरत के गणमान्य नागरिक भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही ने केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक के उद्घाटन सत्र में कहा कि भारत का लोकतंत्र निरंतर समृद्ध तथा सशक्त होकर पूरे विश्व को एक सकारात्मक दिशा दिखा रहा है। भारत लोकतंत्र की जननी है, इस लोकतांत्रिक व्यवस्था में नागरिकों की सक्रिय सहभागिता से देश में एक सकारात्मक वातावरण उत्पन्न हुआ है।
आधुनिक भारत की सशक्तता, बंधुत्व तथा समानता जैसे श्रेष्ठ मूल्यों का मूल राष्ट्र में प्राचीन समय से रहा है, जिसे निरंतर विकसित करने की आवश्यकता है। लोकतांत्रिक मूल्यों को लोकजीवन में स्थापित करने के निरंतर महत्वपूर्ण प्रयास किए जाने चाहिए। देश में ‘स्व’ एवं ‘स्व-बोध’ आधारित व्यवस्था को आगे बढ़ाने तथा विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय मूल्य आधारित बदलाव लाने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि अभी भारत का स्वर्णिम दौर है, भारत लक्ष्यों की पूर्ति हेतु तेजी से विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। विद्यार्थी परिषद ने देश भर के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में रचनात्मक एवं आंदोलनात्मक गतिविधियों द्वारा निहित समस्याओं के निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिक्षा, पर्यावरण, उद्यमिता, खेल जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अभाविप के कार्यक्रमों एवं अभियानों ने युवाओं में एक परिवर्तनकारी बदलाव लाने का प्रयास किए हैं। भारत सशक्त होकर विश्व का नेतृत्व करने के लिए निरंतर आगे बढ़ रहा है।