पटना, 14 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है। रुझानों में साफ दिख रहा है कि इस बार एनडीए बड़ी बढ़त की ओर बढ़ रहा है। वोटों की गिनती जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई कड़े मुकाबले भी सामने आ रहे हैं। खास बात यह है कि बिहार की पांच विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां जीत-हार का अंतर हजार वोटों से भी कम है। इन इलाकों में स्थिति आखिरी राउंड तक बेहद रोमांचक बनी रही।
सबसे पहला नाम संदेश विधानसभा सीट का है, जहां जेडीयू के राधा चरण साह ने सिर्फ 27 वोटों के बेहद मामूली अंतर से जीत दर्ज की है। उन्हें 80,598 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी आरजेडी के दीपू सिंह को 80,571 मत मिले।
दूसरी सीट है अगिआंव, जहां भाजपा के महेश पासवान ने महज 95 वोटों से जीत हासिल की। उन्हें 69,412 वोट मिले, जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (मुक्ति) के उम्मीदवार शिव प्रकाश रंजन 69,317 वोटों के साथ बेहद नजदीक रहे।
तीसरा रोमांचक मुकाबला फारबिसगंज विधानसभा सीट पर देखने को मिला, जहां कांग्रेस के मनोज विश्वास ने 221 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। मनोज विश्वास को 1,20,114 वोट मिले, जबकि भाजपा के उम्मीदवार विद्या सागर केशरी 1,19,893 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
चौथा दिलचस्प मुकाबला बोधगया विधानसभा सीट पर देखने को मिला, जहां राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उम्मीदवार कुमार सर्वजीत ने 881 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। उन्हें कुल 1,00,236 वोट मिले, जबकि एलजेपी (रामविलास) के श्यामदेव पासवान को 99,355 मत मिले।
पांचवीं सीट है बख्तियारपुर, जहां लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अरुण कुमार (शत्रुघ्न साव के पुत्र) ने 981 वोटों के अंतर से बाजी मारी। उन्हें 88,520 वोट मिले, जबकि आरजेडी के अनिरुद्ध कुमार को 87,539 वोट मिले।
हालांकि, चुनाव आयोग ने अब तक संदेश, अगिआंव और फारबिसगंज सीटों के परिमाणों की औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन इन पांचों सीटों पर बेहद नजदीकी मुकाबला देखने को मिला।
चुनावी हवा चाहे जिस ओर बह रही हो, लेकिन इन सीटों पर हार-जीत के फैसले ने साफ कर दिया है कि लोकतंत्र में एक वोट की कीमत है। फिलहाल, वोटों की गिनती जारी है। जैसे-जैसे नतीजे सामने आएंगे, बिहार का पूरा राजनीतिक परिदृश्य और साफ हो जाएगा।

