Kharinews

भाषा विवाद पर कमल हासन ने कहा, विविधता हमारी ताकत है (आईएएनएस साक्षात्कार)

May
26 2022

नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। ऐसे समय में, जब हिंदी भारत की संपर्क भाषा बनने को लेकर विवाद के केंद्र में रही है, तमिल सुपरस्टार कमल हासन, जिन्होंने कभी हिंदी को अभी भी डायपर में एक छोटा बच्चा कहा था, यहां गुरुवार को कहा कि बातचीत की जरूरत नहीं है, क्योंकि देश की विविधता ही हमारी ताकत है।

तमिल एक्शन थ्रिलर विक्रम को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आए अभिनेता ने कहा : हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे पास अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले लोग हैं, लेकिन अंग्रेजी में एक-दूसरे के साथ संवाद कर रहे हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। अंग्रेजों ने हमसे बहुत सी चीजें लूट लीं, लेकिन उन्होंने हमारे लिए कुछ ऐसा छोड़ दिया, जिसे हम अभी भुना सकते हैं।

75वें कान्स फिल्म फेस्टिवल से लौटे लेखक ने आईएएनएस से बात करते हुए भारत की भाषाई विविधता की ताकत को रेखांकित करते हुए कहा, हम इसे अपनी कमजोरी क्यों बना रहे हैं? हमारे पास इतनी सारी भाषाएं हैं और हमने उनके साथ रहना सीख लिया है। हम बहुत सारे व्यंजन हैं। हमारी विविधता हमारी ताकत है। हमें इस पर शर्मिदा होने के बजाय गर्व करना चाहिए।

छह साल की उम्र में बाल कलाकार के रूप में शुरुआत करने वाले 67 वर्षीय अभिनेता पांच दशकों से अधिक समय से अभिनय कर रहे हैं। उन्होंने तमिल, तेलुगू, बांग्ला और हिंदी सहित कई भाषाओं में काम किया है। वह एक दूजे के लिए, सदमा और सागर जैसी कई प्रशंसित फिल्मों का हिस्सा रहे हैं।

वह भारतीय सिनेमा के उदय से खुश हैं, जो भाषा की बाधाओं को दूर करता है। उनका सवाल है, हमें इसे भारतीय सिनेमा कहने में इतना समय क्यों लगा?

कमल ने कहा, मुझे उम्मीद है कि यह हर क्षेत्र में होगा। आप इसे तमिल, मलयालम, हिंदी या बांग्ला कहने के बजाय भारतीय भाषा कहें। यह हमारी भाषा है। मैं कई भाषा बोल नहीं सकता। लेकिन लाखों लोग हैं जो कई भाषा बोल सकते हैं। जैसे 8 करोड़ लोग तमिल बोलते हैं, वैसे ही बहुत सारे लोग एक देश से बड़े हैं।

इन वर्षो में बॉक्स ऑफिस पर क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों ने धूम मचाई है, जैसे कि बाहुबली और हाल ही में पुष्पा : द राइज, केजीएफ फ्रेंचाइजी और आरआरआर ने हिंदी फिल्मों को दर्शकों की प्रतिस्पर्धा में बहुत पीछे छोड़ दिया है।

पूछने पर कि बॉलीवुड क्या गलत कर रहा है?, सुपरस्टार ने तुरंत जवाब दिया, कुछ भी गलत नहीं है। और कहा, उनमें से कुछ बहुत प्रतिभाशाली हैं।

उन्होंने कहा, यह राष्ट्रीय पुरस्कारों की तरह है, जो (एक जूरी) 12 लोगों द्वारा दिए जाते हैं। लेकिन लाखों दर्शक भी सराहना का पुरस्कार देते हैं। यह तथ्य कि जिस अभिनेता को राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं मिलता है, वह बुरा अभिनेता है, यह धारणा भी गलत है।

कमल ने कहा, यह सिर्फ इतना है कि उन्हें सही अवसर नहीं मिला। यही बात फिल्म निर्माताओं पर भी लागू होती है, जब वे एक फिल्म बनाना चाहते हैं - सही उत्पादन, सही वितरण, सही प्रचार, ये सभी महत्वपूर्ण कारक हैं। ये सभी अब एकत्रित हो रहे हैं, प्रौद्योगिकी, संचार, यूट्यूब, मीडिया - सब कुछ बढ़ गया है। इसलिए, जरूरी है कि हम राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने के लिए चिल्लाने के बजाय बहुत अधिक लोगों तक पहुंचने में सक्षम हों।

कमल हासन प्रोडक्शन हाउस, राज कमल फिल्म्स इंटरनेशनल द्वारा समर्थित विक्रम 3 जून को रिलीज होने वाली है। सुपरस्टार के अलावा, लोकेश कनगराज की फिल्म में विजय सेतुपति और मलयालम अभिनेता फहद फासिल मुख्य किरदार निभा रहे हैं। इसमें अविनाश रविचंदर ने संगीत दिया है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

Related Articles

Comments

 

लैंगिक रूढ़िवादिता से हर रोज लड़ रहीं मध्य प्रदेश की 50% से अधिक पंचायतों की मुखिया महिलाएं

Read Full Article

Subscribe To Our Mailing List

Your e-mail will be secure with us.
We will not share your information with anyone !

Archive