फतेहपुर, 12 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध खनन और ओवरलोड गाड़ियों के मामले में छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके साथ ही मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार इन लोगों पर आरोप है कि वे मर्का मोरम खदान (बांदा) से निकलने वाली ओवरलोड गाड़ियों को लोकेशन प्रदान कर रहे थे, ताकि ये गाड़ियां बिना रुकावट के जिले के असोथर क्षेत्र से गुजर सकें।
एसटीएफ की लखनऊ टीम ने गहन जांच के बाद खनिज अधिकारी देशराज पटेल और फतेहपुर एआरटीओ के ड्राइवर बब्लू पटेल उर्फ श्यामू सहित तीन लोकेटरों के खिलाफ केस दर्ज किया।
आरोप है कि ये लोग खनिज और परिवहन विभाग में अपनी सेटिंग से ओवरलोड गाड़ियों को हर दिन बिना किसी जांच के सड़क पर छोड़ने का काम कर रहे थे, जिससे राज्य के राजस्व को नुकसान हो रहा था और स्थानीय सड़कें भी खराब हो रही थीं।
एसटीएफ ने दो प्रमुख लोकेटरों, धीरेंद्र सिंह और विक्रम को गिरफ्तार किया है, जो खनिज लदी ओवरलोड गाड़ियों को निर्धारित स्थान तक पहुंचाने में मदद कर रहे थे। इसके अलावा, मामले में मुकेश तिवारी के नाम का भी उल्लेख किया गया है, जो इस अवैध वसूली के नेटवर्क का हिस्सा था।
एसटीएफ लखनऊ टीम के निरीक्षक दीपक सिंह की तहरीर पर थरियांव थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है।
एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में शामिल सभी लोगों को पकड़ने और इस अवैध नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई एसटीएफ द्वारा खनिज विभाग और आरटीओ कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों के खिलाफ की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। अवैध खनन में कितने लोग शामिल थे और इसका मास्टरमाइंड कौन था, सब पता लगाया जा रहा है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा, इसके लिए टीम का भी गठन किया जा रहा है।

