RNTU के छात्रों ने जिला स्तरीय युवा उत्सव में जीत दर्ज करते हुए राज्य स्तर पर की सहभागिता

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भोपाल: 13 जनवरी/ भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत नेहरू युवा केन्द्र व खेल विभाग रायसेन तथा राष्ट्रीय सेवा योजना रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 2 जनवरी 2025 को आयोजित 28वें जिला स्तरीय युवा उत्सव में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 7 विधाओं समूह लोक गायन, कहानीलेखन, विज्ञान मेला (एकल), समूह लोक नृत्य, कविता लेखन, भूषण और पेंटिंग में प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। इस जिला स्तरीय युवा उत्सव में रायसेन जिले के सातों ब्लॉक से 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में भाग लेकर विश्वविद्यालय से सोनिया, पुष्पेंद्र, काम्या, सजीत, अतुल, और अंजलि ने रैंक हासिल की। इसके उपरांत नर्मदापुरम में संभाग स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में अतुल ने विज्ञान मेले, अंजलि ने पेंटिंग और पुष्पेंद्र ने कविता लेखन प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय से रायसेन जिले का प्रतिनिधित्व किया। पुष्पेंद्र बंसल ने संभाग स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त कर राज्य स्तरीय युवा उत्सव के लिए योग्यता अर्जित की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुश्री शीला सुराना, एसडीओपी औबेदुल्लागंज ने कहा कि “विकसित भारत की अवधारणा को साकार करने में युवाओं की महती भूमिका हो सकती है यदि युवा चाह ले तो वह असंभव को भी संभव कर सकता है। जिला खेल अधिकारी श्री जलज चतुर्वेदी ने कहा, “युवा उत्सव जैसे कार्यक्रम प्रतिभा को निखारने और व्यक्तित्व विकास का माध्यम हैं। पीआरओ विजय प्रताप सिंह ने कहा, “विकसित भारत थीम युवाओं को रचनात्मकता और विचार प्रस्तुत करने का मंच प्रदान करती है।”इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डीएसडब्ल्यू डॉ. अंकित पंडित, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह, एवं डॉ. रेखा गुप्ता जी उपस्थिति रहे।

भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले जितेन्द्र ठाकुर ने कहा, “युवा ही इस देश की असली शक्ति हैं। जब हर युवा अपने सपनों को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्पित होगा, तब भारत निश्चित रूप से विकसित राष्ट्र बनेगा।” कविता लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पुष्पेंद्र बंसल ने अपनी कविता में कहा “विकसित भारत की ऐसी छवि बनायेंगे, हर दिन इतिहास को हम रचते जायेंगे” द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली सोनिया सिंह ने अपनी कविता ” देख रही हूँ सपना ऐसा, सजा हो भारत दिशा-दिशा में” का पाठ कर पुरे सभागार को उत्साह और प्रेरणा से भर दिया।