जम्मू, 28 जून (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नागरिक समाज संगठनों, धार्मिक नेताओं, निर्वाचित प्रतिनिधियों, व्यापार और व्यवसाय समुदाय के सदस्यों के साथ आगामी श्री अमरनाथ जी यात्रा की व्यवस्था पर चर्चा की। उन्होंने पवित्र तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन में उनकी सक्रिय भागीदारी और सहयोग मांगा।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “श्री अमरनाथ यात्रा जम्मू-कश्मीर के गौरवशाली इतिहास और इसके उज्ज्वल भविष्य का एक शक्तिशाली प्रतीक है। यह वास्तव में लोगों की यात्रा है। प्रत्येक नागरिक इस पवित्र तीर्थयात्रा का एक प्रमुख हितधारक है, जो समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए गहरा सामाजिक-आर्थिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। मैं नागरिक समाज के सदस्यों, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, धार्मिक, व्यापार और व्यावसायिक संगठनों से इस तीर्थयात्रा को आध्यात्मिकता, एकता, प्रेम और सांप्रदायिक सद्भाव का जीवंत उत्सव बनाने की अपील करता हूं।”
उपराज्यपाल ने कहा, “आध्यात्मिक नेता, आम जनता, जनप्रतिनिधि, व्यापार और व्यवसाय बिरादरी जम्मू-कश्मीर परिवार के सम्मानित सदस्य हैं और हजारों साल पुरानी इस आध्यात्मिक परंपरा को पूरी निष्ठा के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। इस वर्ष भी सामाजिक सद्भाव और सामाजिक एकता बनाए रखना और पवित्र तीर्थयात्रा का शांतिपूर्ण और सफल संचालन सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है।”
मनोज सिन्हा ने कहा, “मैंने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हाल ही में विकसित की गई यात्रा पटरियों पर सुविधाओं का जमीनी स्तर पर आकलन किया है। तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की संख्या लगातार बढ़ रही है और मुझे विश्वास है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए पवित्र गुफा का दौरा करेंगे।”
उन्होंने कहा, “जम्मू कश्मीर और इसके लोगों ने हमेशा संप्रदायों और धर्मों के बीच के भेदभाव को खारिज किया है, लगातार हर धर्म और उसकी पूजा के अनूठे रूपों को सम्मान और स्वीकृति दी है। इसी भावना के साथ, हम श्री अमरनाथ जी यात्रा के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत करते हैं और अपने सामूहिक प्रयासों से सभी श्रद्धालुओं के लिए एक सफल, शांतिपूर्ण और परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा सुनिश्चित करते हैं।”
इस बैठक में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, विशेष महानिदेशक (समन्वय), पीएचक्यू एसजेएम गिलानी, उपराज्यपाल के प्रधान सचिव और श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ डॉ. मंदीप के. भंडारी और अन्य पुलिस तथा नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।