Wednesday, July 9, 2025
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हज यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू : कौसर जहां

नई दिल्ली, 8 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली स्टेट हज कमेटी के चेयरमैन कौसर जहां ने मंगलवार को कहा कि हज 2026 के लिए पंजीकरण की तारीखों का ऐलान हो चुका है। यह पंजीकरण सात जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक चलेगा। जो लोग भी हज यात्रा पर जाने के लिए इच्छुक हैं, वो ध्यानपूर्वक सभी दिशा-निर्देशों को पढ़ें और हज यात्रा के लिए पंजीकरण कराएं।

सावन विशेष: नीलकंठ पक्षी का महादेव से है संबंध, दर्शन से मिलता है अक्षुण्ण...

नई दिल्ली, 8 जुलाई (आईएएनएस)। भगवान शिव को प्रिय सावन मास का आरंभ 11 जुलाई से हो रहा है। सावन शिव भक्ति का महीना है। नीलकंठ पक्षी का भी महादेव से खास कनेक्शन है। मान्यताओं के अनुसार, नीलकंठ पक्षी को नीलकंठेश्वर के शांत और मंगलकारी स्वरूप का प्रतीक माना जाता है। इस माह में नीलकंठ पक्षी का दर्शन अत्यंत शुभ माना जाता है।

पीएम मोदी के दौरे से उत्साहित हुए ब्राजीलियन, कहा- उनके सामने परफॉर्म करना एक...

ब्रासीलिया, 8 जुलाई (आईएएनएस)। घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और अर्जेंटीना के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब ब्राजील के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री की ब्राजील यात्रा को लेकर भारतीयों और स्थानीय लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की ऊर्जा और भारत तथा स्थानीय लोगों के बीच का संबंध बहुत शक्तिशाली था।

जहां पूजे जाते हैं भगवान राम के ईष्ट, जो ज्योतिर्लिंग होने के साथ चार...

नई दिल्ली, 8 जुलाई (आईएएनएस)। देवों के देव महादेव जिनको पूजते थे और जो खुद महादेव की पूजा करते थे, यानी मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम, उनके नाम से जुड़ा द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग को लेकर कहा जाता है कि इनका नाम रामेश्वर इसलिए पड़ा कि जो प्रभु राम के ईश्वर हैं, यानी रामेश्वर, वहीं दूसरी तरफ पुराणों के अनुसार भगवान भोलेनाथ ने इस ज्योतिर्लिंग के बारे में कहा, "राम: ईश्वर: यस्य, स: रामेश्वर:।" यानी भगवान शिव के अनुसार भगवान राम जिसके ईश्वर हैं, वही रामेश्वर (शिव) हैं।

सावन विशेष: महादेव ही नहीं 33 कोटी देवी-देवताओं को प्रिय ‘अक्षत’, इसके बिना अधूरी...

नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। भोलेनाथ का प्रिय श्रावण मास 11 जुलाई से शुरू हो रहा है, जिसे लेकर शिव भक्तों में विशेष उत्साह है। इस दौरान विश्व के नाथ की पूजा का विशेष महत्व है। यूं तो भोलेनाथ जल, बेलपत्र से प्रसन्न हो जाते हैं, मगर कुछ पूजन सामग्रियों का विशेष स्थान है। पूजा-अर्चना में ‘अक्षत’ यानी चावल का स्थान अनमोल है। शास्त्रों के अनुसार, अक्षत के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। भोलेनाथ को भी अक्षत बेहद प्रिय है।

अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह, 4 दिन में दर्शनार्थियों की संख्या 70...

श्रीनगर, 7 जुलाई (आईएएनएस)। अमरनाथ यात्रा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। पिछले चार दिनों में 70 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की, जबकि 8,605 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था सोमवार को कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।

जहां ज्योतिर्लिंग स्वरूप में एक साथ विराजते हैं ब्रह्मा, विष्णु और महेश, यहां महादेव...

नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव का सातवां ज्योतिर्लिंग त्र्यंबकेश्वर, नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यहां एक साथ ज्योतिर्लिंग स्वरूप में ब्रह्मा, विष्णु और महेश विराजते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग का क्षेत्र वह विशेष क्षेत्र है जहां कालसर्प दोष निवारण के लिए विशेष पूजा होती है।

ब्राजील में गणेश वंदना के साथ पीएम मोदी का स्वागत, ब्रिक्स सम्मेलन से पहले...

रियो डी जेनेरियो, 6 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा के अगले पड़ाव ब्राजील पहुंच गए हैं जहां रियो डी जेनेरियो में वह 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यहां पहुंचने पर अनोखे अंदाज में गणेश वंदना "ओम गं गणपतये नमः" के साथ उनका स्वागत किया गया।

सावन विशेष: ‘नागेंद्रहाराय, त्रिलोचनाय…’ ‘शिव पंचाक्षर’ से समझें कैसा है विश्व के नाथ का...

नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का पावन महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। यह महीना भगवान शिव की भक्ति और साधना के लिए विशेष माना जाता है। इस दौरान 'शिव पंचाक्षर स्तोत्र' का पाठ भक्तों के लिए असीम पुण्य और आध्यात्मिक शांति का स्रोत बनता है। 'नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय...' जैसे शब्दों से सजा यह स्तोत्र भगवान शिव के विराट स्वरूप को उजागर करता है, जो उनकी महिमा, शक्ति और करुणा को दिखाता है। 'नम: शिवाय' पंचाक्षर मंत्र में विश्व के नाथ का स्वरुप सम्माहित है।

देवशयनी एकादशी: काशी में गंगा स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु, लगाई आस्था की डुबकी

वाराणसी, 6 जुलाई (आईएएनएस)। सनातन धर्म में विशेष महत्व रखने वाली देवशयनी एकादशी के पावन अवसर पर रविवार को काशी के गंगा घाटों पर श्रद्धालु उमड़ पड़े। श्रद्धालुओं ने सुबह दशाश्वमेध घाट सहित अन्य प्रमुख घाटों पर गंगा स्नान किया और भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की।

खरी बात