आदित्य ठाकरे के खिलाफ नहीं मिला उम्मीदवार तो मिलिंद देवड़ा को उतारा : शिवसेना यूबीटी

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मुंबई, अक्टूबर (आईएएनएस)। शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने सोमवार को वर्ली विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना (शिंदे गुट) द्वारा मिलिंद देवड़ा को प्रत्याशी बनाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

आनंद दुबे ने कहा कि वर्ली विधानसभा क्षेत्र से आदित्य ठाकरे के सामने जब संदीप देशपांडे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से आए, तो हमें लगा कि ‘बी’ टीम कैसे हमारा मुकाबला करेगी और ‘ए’ टीम अभी कहां छुपी हुई है। वहीं, मिलिंद देवड़ा के रूप में अब ‘ए’ टीम सामने आ गई है।

उन्होंने आगे कहा कि मिलिंद देवड़ा और संदीप देशपांडे दोनों मिलकर आदित्य ठाकरे का मुकाबला करने आए हैं। आदित्य ठाकरे ने पांच साल वर्ली के लिए जो काम किए हैं, उसको बताने के आदित्य ठाकरे के पास पांच साल का इतिहास है, लेकिन इन लोगों के पास क्या है?

शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा कि मिलिंद 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव हार गए और पूरी तरह से राजनीति से गायब हो गए। अपना गुजर-बसर करने के लिए उनको पीछे के रास्ते से राज्यसभा भेजा गया। जब एकनाथ शिंदे के कथित शिवसेना के पास कोई उम्मीदवार नहीं मिला और हार का ठीकरा किसके सिर पर फोड़ा जाए ये सोचा! फिर चिंतन-मनन के बाद मिलिंद को उतारा गया।

उन्होंने आगे कहा कि आदित्य ठाकरे के सामने हारने वाला भी कोई चेहरा चाहिए। ऐसे में संदीप देशपांडे क्यों अकेले अपनी किरकिरी करवाएं, ऐसे में एक से भले दो। आनंद दुबे ने दावा किया कि आदित्य ठाकरे अब संदीप देशपांडे और मिलिंद देवड़ा को दोनों प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में हराएंगे और फिर मंत्री बनेंगे।

बता दें कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने रविवार को 20 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची की घोषणा की थी। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा भी शामिल हैं, जो वर्ली निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार आदित्य ठाकरे को चुनौती देंगे। दूसरी सूची के साथ ही शिवसेना (शिंदे गुट) ने अब तक 65 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

288 विधानसभा सीटों के लिए प्रदेश में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान प्रस्तावित है, वहीं इसके नतीजे 23 नवंबर को सामने आएंगे।