नोएडा, 27 नवंबर (आईएएनएस)। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट में बुधवार को कई बड़े पुलिस अधिकारियों और अन्य पुलिस कर्मियों पर कार्य में लापरवाही बरतने पर गाज गिरी है। इनमें डीसीपी और एसीपी रैंक के अधिकारियों के साथ थाना प्रभारी और अन्य अफसर शामिल हैं। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इनके खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है।
जानकारी के मुताबिक 25 नवंबर से 29 नवंबर तक एक्सपो मार्ट में सीपीएचआई और पीएमईसी-24 चल रहा है। 27 नवंबर को इंटरनेशनल ट्रेड शो के कारण एक्सप्रेसवे से एक्सपो मार्ट तक जाम की समस्या को सही ढंग से निस्तारण नहीं करने और जाम के निस्तारण की ड्रिल के प्रोटोकॉल पर अमल नहीं करने के साथ इस ट्रेड शो में यातायात प्रबंधन में लापरवाही रखने के कारण पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने तत्काल प्रभाव से पुलिस उपायुक्त यातायात यमुना प्रसाद को कार्यों से हटाते हुए पुलिस उपायुक्त पुलिस लाइंस नियुक्त किया है। इसके साथ ही तत्काल प्रभाव से पुलिस उपायुक्त पुलिस लाइन लखन सिंह यादव को पुलिस उपायुक्त यातायात नियुक्त किया गया है।
इसी क्रम में एसीपी संजीव कुमार बिश्नोई को रिजर्व पुलिस लाइन से एसीपी यातायात के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा अपने काम को जिम्मेदारीपूर्वक नहीं निभाने पर एसीपी 1 ग्रेटर नोएडा पवन कुमार, ट्रैफिक निरीक्षक प्रफुल्ल श्रीवास्तव और थाना प्रभारी नॉलेज पार्क को परिनिंदा प्रविष्ठि (मिस कंडक्ट) दी गई है।
वहीं, बीते दिनों एक कंटेनर से प्रतिबंधित पशु के मांस को लाने और ले जाने की घटना सामने आई थी। इस मामले की जांच कर भी कड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि डीजीपी मुख्यालय और पुलिस आयुक्त द्वारा लगातार दिए गए निर्देशों एवं आदेशों का पालन नहीं करने और अनियमितता पाए जाने पर थाना प्रभारी दादरी सुजीत उपाध्याय को निलंबित किया गया है और एसीपी दादरी अमित प्रताप सिंह को लाइन हाजिर किया गया है।
इसके अलावा एक्सप्रेसवे में लगातार ड्यूटी लगाने एवं चेकिंग करने के निर्देश जारी करते हुए संयुक्त टीम बनाकर कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के सभी कोल्ड स्टोरेज की जांच के लिए भी निर्देश दिया गया है। इसके साथ-साथ पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सभी पुलिस अधिकारियों के लिए कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसके मुताबिक किसी भी दशा में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस में इस प्रकार के व्यापार, अपराध, परिवहन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इसी दृष्टिकोण से जनपद के सभी पुलिस उपायुक्त, पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को कड़े निर्देश निर्गत किए गए हैं। साथ ही प्रतिबंधित मांस मिलने के मामले में पूरी घटना की जांच अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक को दी गई है।