कांग्रेस महाभ्रष्ट पार्टी है और हेमंत सोरेन ने उसी से भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण सीखा : जेपी नड्डा

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खूंटी, 23 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को झारखंड के खूंटी जिला मुख्यालय में भाजपा की ‘परिवर्तन यात्रा’ की शुरुआत करते हुए कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर जोरदार जुबानी हमले किए।

उन्होंने कांग्रेस को महाभ्रष्ट पार्टी बताते हुए कहा कि यह राष्ट्र विरोधी तत्वों और अलगाववादी ताकतों को संरक्षण देती है। इस पार्टी ने भाई-भतीजावाद, तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार और परिवारवाद का पोषण किया है। झारखंड में हेमंत सोरेन ने भी कांग्रेस से यही सब सीखा है। कांग्रेस की राह पर चलकर जेएमएम भी भ्रष्टाचारी पार्टी बन गई, परिवारवाद को बढ़ावा दिया, भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया, युवाओं के साथ छल किया और अपने ही परिवार में जो पराए दिखे, उन्हें दरकिनार कर दिया।

झारखंड के संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज राज्य में आदिवासियों की संख्या 44 से घटकर 28 प्रतिशत रह गई है। ये क्या हो रहा है, ये कैसी सरकार है, प्रदेश का प्रशासन किस प्रकार से काम कर रहा है? रोहिंग्याओं को यहां बसाया जा रहा है, लोग गलत तरीके से शादियां रचा रहे हैं, आदिवासियों की जमीनों को हड़पा जा रहा है। सुनियोजित तरीके से यह सब चल रहा है। यहां की सरकार रोहिंग्याओं को बसा रही है। उनके आधार कार्ड बना रही है। इस राज्य को कांग्रेस, झामुमो और आरजेडी से मुक्त कराने का संकल्प लेना होगा।

झारखंड मुक्ति मोर्चा पर आदिवासी समुदाय को झांसा देने और परिवार के बाहर के आदिवासियों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जब जेएमएम आदिवासी अस्मिता की बात करता है, तो उसकी अस्मिता सिर्फ अपने परिवार तक ही सीमित रह जाती है। क्या चंपई सोरेन आदिवासी नहीं थे, क्या सीता सोरेन आदिवासी नहीं हैं, उन्हें अपमानित क्यों किया गया?

जेपी नड्डा ने हाल में हुए लोकसभा चुनाव परिणाम के लिए झारखंड के लोगों का आभार जताते हुए कहा कि इंडी अलायंस के तमाम झूठे प्रचारों के बावजूद एनडीए को यहां जीत हासिल हुई और नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। आपको याद रखना होगा कि अगर आदिवासियों के हित की रक्षा किसी ने की है या करेगी, तो वह अकेली भाजपा है। नरेंद्र मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो भगवान बिरसा मुंडा के गांव गए। उनके गांव की मिट्टी को नमन किया। एक आदिवासी बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया गया।