किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों को राजनीति की मुख्यधारा में रखने के लिए कांग्रेस संघर्षरत रहेगी : रागिनी नायक

0
11

लखनऊ/नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने शनिवार को आईएएनएस से बात की।

उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन और समाजवादी पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के सवाल पर फखरुल हसन चांद ने कहा, “हम पार्टी के बहादुर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हैं। भाजपा द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग, लाठी-डंडे के बल के बावजूद पार्टी के कार्यकर्ता डटे रहे। हमने दो सीटों पर चुनाव जीत लिया है।”

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और समाज को बचाने की लड़ाई समाजवादी पार्टी हमेशा लड़ती रहेगी। परिणाम कुछ भी हो, जनता ने हमारा साथ दिया है और हम उनको धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन मतदान हो रहा था, उस दिन सपा प्रमुख ने पूरे सबूत के साथ चुनाव आयोग से शिकायत की है। आयोग ने कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया। ऐसे में यह सबूत काफी है कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हुआ है।

महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि राज्य के नतीजे अप्रत्याशित हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बंटेंगे और कटेंगे जैसा एक नकारात्मक नैरेटिव चलाया गया था। पाकिस्तान में तिरंगा फहराने की बात हुई। जिस ‘रेवड़ी कल्चर’ के खिलाफ खुद पीएम मोदी मुखर होकर बोलते थे, चुनाव के आखिरी दौर में उसका भी पुरजोर तरीके से इस्तेमाल किया गया।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक तमंचे और नोट के दम पर राजनीति की गई। विनोद तावड़े को पैसे के साथ पकड़ा गया, जयंत साठे नासिक में पकड़े गए। लोकतंत्र का दमन पैसे और तमंचे के बल पर किया गया। 50 खोखे एवरीथिंग ओके को नॉर्मलाइज किया जा रहा है, यह सब बहुत दुखद है। कांग्रेस ने किसानों, बेरोजगारों और नौजवानों की बात की। ये हाशिए पर न जाएं और राजनीति के मुख्यधारा में रहें, इसके लिए हम संघर्षरत रहेंगे।

झारखंड को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासी, दलित और पिछड़ों को दोयम दर्जे का नागरिक समझती है। मुझे खुशी है कि वहां पर आदिवासी स्मिता जीवित है। हिमंत बिस्वा सरमा वहां पर घुसपैठिये के नैरेटिव के साथ खेल रहे थे, जनता ने इसको नष्ट किया है।