अहमदाबाद, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की तरफ से मंगलवार को दांडी यात्रा की शुरुआत की गई। इस दौरान प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया भी मौजूद रहे। जिन्होंने कहा कि ये यात्रा जातिवाद से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद के लिए है।
शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया ने एनसीसी कैडेट को इस यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी।
आईएएनएस से बात करते हुए पंशेरिया ने बताया, “गुजरात में इस नए प्रयोग के लिए यात्रा करने वाले युवा और युवतियों के वंदन करता हूं। इससे पूरे भारत में अच्छा संदेश जाएगा और जातिवाद, प्रांतवाद, भाषावाद के ऊपर होकर यह राष्ट्रवाद के लिए है। आज के समय में हम एक हैं और कश्मीर से कन्याकुमारी तक इस यात्रा के लिए एकता का संदेश पहुंचाएंगे। मुझे गर्व है कि पीएम मोदी जो देश को नई दिशा दे रहे हैं, उस प्रज्जवलित यज्ञ में युवाओं का यह विचार बहुत काम आएगा और उपयोगी होगा।”
भाजपा नेता ने कहा, “यात्रा सफल होगी, युवा व्यसन छोड़ेंगे, सोशल मीडिया का ज्यादा उपयोग करना छोड़ेंगे। अपने माता-पिता के साथ संस्कारी और अनुशासन के साथ रहेंगे।”
मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद से दांडी तक 410 किलोमीटर पद यात्रा पर कैडेट्स निकले। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश की आजादी के लिए हुए स्वतंत्रता संग्राम और सत्याग्रह की भावना को लोगों के दिलों में जीवित रखना है। इसके साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के उद्देश्य और मूल्यों को पुनर्जीवित करना है। इसके तहत युवाओं को व्यसन से दूर रखना और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी यादों को ताजा करने का प्रयास किया जाएगा।
बता दें कि गुजरात और दादर नगर हवेली के कैडेट इस पदयात्रा में भाग ले रहे हैं। 40 कैडेट दांडी मार्च के रास्तों का अनुसरण करेंगे। 10 दिसंबर को साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से शुरू हुई यह यात्रा 23 दिसंबर को दांडी नमक सत्याग्रह स्मारक, नवसारी में समाप्त होगी। 410 किलोमीटर की इस पद यात्रा में रोजाना करीब 30 से 40 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। कैडेट्स आश्रम, गुरुकुल, स्कूल और कॉलेज जैसे 12 अलग-अलग जगहों पर रुकेंगे। पूरी यात्रा के दौरान कैडेट खादी के कपड़े पहनेंगे।