चेन्नई, 7 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने शुक्रवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के पुरासईवाक्कम स्थित जन औषधि केंद्र का दौरा किया और वहां सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान कर्मचारियों और स्थानीय भाजपा सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुरुगन ने जन औषधि योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जताई।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि तीन-भाषा नीति के समर्थन में भाजपा द्वारा चलाए गए हस्ताक्षर अभियान को तमिलनाडु में व्यापक समर्थन मिला है। इस अभियान के 36 घंटे के भीतर सात लाख से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने इस अभियान को राज्य में राष्ट्रीय एकता और हिंदी के प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर जनता के समर्थन से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह तीन-भाषा नीति के क्रियान्वयन में बाधा डाल रही है। भाजपा अगले साल तमिलनाडु में सत्ता में आएगी और तीन-भाषा नीति लागू करेगी।
मुरुगन ने कहा, “द्रमुक सरकार ने तीन-भाषा नीति के प्रति अपनी नकारात्मक सोच को साबित किया है, जिससे राज्य के विकास में रुकावट आ रही है। भाजपा तमिलनाडु में 2026 में सरकार बनाएगी और इस नीति को लागू करेगी।”
निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर न तो संसद और न ही चुनाव आयोग में कोई चर्चा हुई है। उन्होंने द्रमुक सरकार की ओर से आयोजित सर्वदलीय बैठक को भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने के उद्देश्य से किया गया एक “तमाशा” बताया।
तीन-भाषा नीति के समर्थन में गुरुवार को एमजीआर नगर में हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व करते समय वरिष्ठ भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन को ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया। यह घटना पुलिस अधिकारियों और भाजपा समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद हुई।
भाजपा ने यह अभियान राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत विवादास्पद तीन-भाषा नीति के लिए समर्थन जुटाने के लिए आयोजित किया है।