रामबन, 16 सितंबर (आईएएनएस)। चुनावी राज्य जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक पारा अपने चरम पर है। यहां के रामबन विधानसभा सीट पर पहले चरण में वोटिंग होनी है। रविवार को आईएएनएस की टीम रामबन में लोगों से मिलकर उनका मिजाज जानने की कोशिश की।
सोहेल नाम के व्यक्ति ने कहा, जम्मू-कश्मीर में जिसकी भी सरकार बनती है, उसको सही काम करना चाहिए। यहां पर गरीब लोगों को बिजली और पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। यहां रोड की कनेक्टिविटी भी नहीं है। कई लोग आज भी अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हैं, जैसे 70 साल पहले रह रहे थे। मोदी सरकार ने घर-घर पानी और बिजली देने का काम किया है। उन्होंने हजारों करोड़ रुपए की स्कीम लागू की है। बेरोजगारों के लिए एक लोन सिस्टम निकाला है।
रामबन के एक मध्यम वर्गीय वरिष्ठ नागरिक ने बताया कि यहां पर 10 साल के बाद चुनाव हो रहे हैं। पिछले 10 सालों में हमे बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दिक्कत सुनने के लिए कोई सरकार नहीं थी। लेकिन अब यहां पर चुनाव होने वाले हैं और आगामी सरकार से हमें बहुत उम्मीदें हैं। यहां पर चुनाव के लिए हमारे लोकल मुद्दे हैं। बेरोजगारी, बिजली और पानी की समस्या को दूर करना चाहिए।
एक व्यापारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास होगा, तो हम सभी को इसका फायदा मिलेगा। अगर, कोई लोकल उम्मीदवार जीतेगा, तो वह यहां का विकास करेगा।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में घाटी के सात जिलों कुलगाम, रामबन, किश्तवाड़, पुलवामा, अनंतनाग, शोपियां और डोडा की 24 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इसके अलावा दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और तीसरे चरण के लिए एक अक्टूबर को मतदान होना है। सभी के नतीजे आठ अक्टूबर को आएंगे।