प्रियंका के नामांकन के लिए कांग्रेस के सभी फाइनेंसर पहुंचे वायनाड : भाजपा

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नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को केरल की वायनाड सीट से उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव अपने पूरे परिवार के साथ नजर आईं। वह अपनी मां और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ वायनाड पहुंचीं। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद रहे। इस पर भाजपा प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने तंज कसा है।

वायनाड में कांग्रेस के तमाम नेताओं के पहुंचने पर उन्होंने आईएएनएस से कहा, “सबसे पहली बात तो मैं नहीं मानती कि कोई सीट जीती है। जैसे कांग्रेस पार्टी ने अपने मन में हरियाणा का चुनाव जीता था, वैसे ही उन्हें लगता है कि यह सीट भी जीतेंगे। लेकिन जब उन्होंने यह सब देखा तो उनके सारे फाइनेंसर जो पैसा भेजते थे, छत्तीसगढ़ से भूपेश बघेल, वहां पहुंच गए। इन दिनों हिमाचल के सीएम सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश से रूट भेजकर पूरा खजाना वहां खाली कर दिया। वैसे भी उनका वहां पहुंचना जरूरी था। लेकिन वहां एक चीज जो देखने को मिली वो यह कि मल्लिकार्जुन खड़गे साहब जो कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े दलित नेता हैं, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, वह कमरे के बाहर बैठे थे। यहां तक ​​कि कलेक्टर को उनका नाम भी नहीं दिया गया। जब आप नामांकन दाखिल करने जाते हैं तो आपको दो-तीन लोगों के नाम देने होते हैं और सिर्फ उनकी एंट्री होती है। लेकिन यहां अंदर सिर्फ कांग्रेस पार्टी की इंट्री हुई है। कांग्रेस नेताओं को हमेशा अपने पार्टी प्रमुख द्वारा अपने बच्चों, पति और परिवार को अंदर ले जाने के लिए अपमानित किया जाता है।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने देखा कि पहले हरियाणा में दलित नेता शैलजा जी का अपमान किया गया। वायनाड में सबसे बड़े दलित नेता खड़गे साहब को बाहर खड़ा होना पड़ा, जब वह दरवाजा खोलकर झांक रहे थे, सबने वह वीडियो देखा। उन्होंने अपनी सबसे बड़े दलित नेता को बाहर खड़ा कर दिया। कांग्रेस पार्टी को अपना नाम बदलकर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या नकली गांधी पार्टी रख लेना चाहिए।”

उन्होंने प्रियंका गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी मां राज्यसभा सांसद हैं, बड़ा भाई लोकसभा सांसद है और अब जिस सीट पर 45 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, क्या वायनाड में कोई मुस्लिम कार्यकर्ता नहीं मिला, कोई मुस्लिम महिला या पुरुष जिसे वह सीट दी जाए। उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, सच्चाई सामने आ जाती क्योंकि जब सारा श्रेय प्रियंका वाड्रा को दिया जा रहा है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में इतना अच्छा काम किया कि ये दो लोकसभा सीटें बढ़ गईं, तो आपको वहां भी चुनाव लड़कर देख लेना चाहिए था और केरल जिसने राहुल गांधी की इज्जत बचाई थी, आज राहुल गांधी ने उसे किनारे कर दिया है।