कोल्हापुर, 27 जुलाई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बाढ़ के कारण लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। बाढ़ से प्रभावित कोल्हापुर के कई गांवों के लोग पलायन करने लगे हैं। जलस्तर बढ़ने से जिले की दर्जनों सड़कें बंद हो गई हैं।
बाढ़ प्रभावित चिखली, आंबेवाडी और आरे गांव के लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। पंचगंगा के खतरे के निशान को पार करने पर पानी शहर के सुतारवाड़ा इलाके में घुसने लगा है, इसलिए यहां के नागरिक चित्रदुर्ग मठ की ओर पलायन करने लगे हैं। जिले की कई सड़कें पानी के कारण अवरुद्ध हो गई हैं।
एनडीआरएफ की टीम ने गांवों में जाकर लोगों को बचाने का काम शुरू कर दिया है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1,379 परिवारों के 5,849 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। साथ ही प्रशासन ने 3,080 पालतू जानवरों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
जलस्तर बढ़ने के कारण राजमार्ग समेत करीब 70 सड़कें बंद हो गई हैं। कोल्हापुर जिले में पंचगंगा नदी में आई बाढ़ के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जलस्तर बढ़ने से व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण कोल्हापुर जिले के कस्बा बावड़ा एमआईडीसी-शिरोली मार्ग पर स्थित स्वाद ओढ़ा में पानी भर गया है।
कोल्हापुर जिले में पिछले 2 दिनों से भारी बारिश हो रही है। इस बारिश के कारण जिले के 83 बांध पानी में डूब गए हैं और इन बांधों से पानी पंचगंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे पंचगंगा नदी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।