बांका, 9 मार्च (आईएएनएस)। प्रसिद्ध कथावाचक बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बिहार के बांका में हिंदुओं को एक होने के लिए कहा। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने हिंदू एकता पर जोर देते हुए जातिवाद को खत्म करने का आह्वान किया।
बाबा बागेश्वर ने कहा, “मंदिरों में लिखा होता है कि चप्पल-जूते बाहर उतारिए, लेकिन हमें यह लिखना चाहिए कि जात-पात छोड़कर आइए।” उनके इस बयान पर सभा में मौजूद हजारों श्रद्धालुओं ने जयकारा लगाया और जातिवाद के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया।
अपने प्रवचन में बाबा बागेश्वर ने कहा कि हिंदू समाज को जातिगत भेदभाव से ऊपर उठकर एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज को विभाजित करने वाली विचारधाराओं से सावधान रहना होगा और सनातन संस्कृति को मजबूत करना होगा।
इससे पहले बिहार के गोपालगंज में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “हिंदुओं का परचम अब दिखने लगा है। लोग कहते हैं कि अगर हम बिहार आए तो जेल में डाल दिया जाएगा। तुम रोहिंग्या और घुसपैठियों को रोक नहीं पाए, हम तो भारत के हैं, हम बिहार के हैं, बिहार हमारा है और हम आते रहेंगे।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी पार्टी के प्रचारक नहीं हैं और न ही किसी राजनीतिक दल का समर्थन करते हैं। उनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ भगवान बजरंग बली की भक्ति है। उन्होंने कहा, “जब तक जिंदा रहेंगे, तब तक दरबार लगाएंगे और जिंदगी भर बिहार आएंगे। बिहार हमारा घर है, हमारी आत्मा है।”
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के विधायक चंद्रशेखर ने कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री को जेल में डाल देना चाहिए, क्योंकि वह संविधान विरोधी बात करते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हमारा संविधान हिंदू राष्ट्र बनाने की इजाजत देता है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री “राम रहीम और आसाराम” जैसे श्रेणी के बाबा हैं, और अगर इनकी जांच की जाए तो सच सामने आ जाएगा।