नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में दिए गए उस बयान को लेकर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि जो व्यक्ति खुद को हिंदू कहता है, वो हिंसा कर ही नहीं सकता।
राहुल गांधी के इस बयान बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि उन्होंने अपने इस बयान को लेकर बीजेपी आलाकमान पर निशाना साधा है। अब आचार्य प्रमोद कृष्णम की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “देखिए, सबसे पहले आपको एक बात समझनी होगी कि राजनीति में एक व्यक्ति विशेष पर निशाना साधना, चलता रहता है, लेकिन किसी समुदाय को हिंसात्मक बता देना, मैं समझता हूं कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जो लोग हिंदुत्व को मिटाना चाहते हैं, सनातन को मिटाना चाहते हैं, राम मंदिर के न्योते को ठुकराते हैं, जो लोग राम मंदिर के पक्ष में नहीं हैं, जो भगवान राम के खिलाफ हैं, जो भारत माता के जय के खिलाफ हैं, जो भारत की संस्कृति के खिलाफ हैं, आखिर उनसे यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि वो हिंदुओं को अच्छा कहेंगे? हिंदू दया, प्रेम, सद्भावना, करुणा के लिए समस्त विश्व में विख्यात है।“
उन्होंने कहा, “जो हिंदू चींटी को मारने को भी अपराध मानता है, उस हिंदू को हिंसक बताना निंदनीय है। लिहाजा मैं राहुल गांधी के बयान की घोर निंदा करता हूं। मेरा मानना है कि उन्हें अपने बयान को लेकर माफी मांगनी चाहिए।“
उधर, राहुल गांधी ने संसद में कहा कि अयोध्या की जनता ने बीजेपी को सबक सिखाने का काम किया है। इस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “राहुल गांधी का यह बयान दर्शाता है कि वो अयोध्या के भी खिलाफ हैं। वो राम के खिलाफ हैं, सनातन के खिलाफ हैं, हिंदुत्व के खिलाफ हैं। अयोध्या में बीजेपी के प्रत्याशी की हार को अयोध्या की हार से जोड़ देना, मुझे लगता है कि यह सही नहीं है। अयोध्या ना कभी हारी है और ना ही कभी हारेगी।“
राहुल गांधी के इस दावे पर कि इस बार पूरा इंडिया गठबंधन आपको गुजरात में हरा देगा, प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी तो कुछ भी कह सकते हैं। मैं इस पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं।
वहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पुराने कानून के समाप्त होने के बाद नए कानून के बनने पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “मैं इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सराहना करना चाहता हूं कि जो सड़े-गले कानून थे, अंग्रेजों द्वारा बनाए गए थे, उसे हटाकर अच्छा कदम उठाया गया है।“
कांग्रेस द्वारा इस कानून की आलोचना किए जाने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “कांग्रेस को ही जबरन देश के ऊपर थोप दिया गया है।“ दरअसल, कांग्रेस ने कहा था कि इस कानून को जबरन थोपा जा रहा है। कांग्रेस को सोचना चाहिए कि उसे अब इस देश की राजनीतिक गतिविधि से हट जाना चाहिए। यह कांग्रेस राहुल गांधी के चापलूसों की कांग्रेस बनकर रह गई है। इसे देश के विकास से कोई लेना देना नहीं है।