नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर संविधान को लेकर प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “विपक्ष के नेता संविधान को तोड़ने की बात करते हैं। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कभी अल्पसंख्यक आयोग या हिंदू आयोग नहीं बनाया, न ही उन्होंने ऐसा कोई बोर्ड स्थापित किया। लेकिन विपक्ष के लोग हमेशा हिंदुओं को बांटने की साजिश रचते रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष का विभाजन की राजनीति में विश्वास है जबकि पीएम मोदी सर्व समाज के विकास को प्राथमिकता देते हैं। मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी तबकों को बिना भेदभाव के समान रूप से मिल रहा है। संविधान के नाम पर छलावा करने वालों लोगों को चुनावी राज्यों में जनता ने सबक सिखाने का काम किया है।
संभल हिंसा पर उन्होंने कहा कि यह घटना निंदनीय है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। कुछ असामाजिक तत्वों ने अशांति फैलाने की कोशिश की है, ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें हर हाल में दंडित किया जाएगा। सरकार और पुलिस प्रशासन अपना काम कर रहे हैं। दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
संविधान दिवस पर कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि संविधान को बनाने में दो साल और 11 महीने लग गए। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। ऐसे में संविधान की समीक्षा की बात देश में क्यों की जा रही है। यह संविधान पर सीधे-सीधे कुठाराघात है। भारतीय जनता पार्टी संविधान में विश्वास नहीं करती है। केंद्र सरकार लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रही है।
वहीं, संविधान की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को भी संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और पीएम मोदी ने संविधान की ऐतिहासिक यात्रा और गौरवशाली विरासत का सम्मान करने के लिए एक विशेष डाक टिकट जारी किया।