सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का करें सम्मान : अश्विनी चौबे

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बक्सर, 11 मार्च (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत में सनातन धर्म की जड़ें अत्यंत गहरी हैं, जो इस देश की समृद्ध संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सनातन धर्म ही सभी धर्मों की उत्पत्ति का स्रोत है और जो इसका अपमान करते हैं, वे कभी भी भारतीय नहीं हो सकते।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने मंगलवार को सर्किट हाउस में सनातन धर्म की महिमा और भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हिंदू और मुसलमान दोनों ही हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और इन दोनों धर्मों के बीच सामंजस्य और एकता बनाए रखना आवश्यक है।

चौबे ने कहा, “मुसलमान भाई रमजान का रोजा रखते हैं और हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। हम सब मिलकर होली और रमजान मनाते हैं, जो हमारी सांप्रदायिक एकता का प्रतीक है। बिहार के राज्यपाल ने हाल ही में जयपुर में होली पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया था, जहां उन्होंने भावुक होकर तिलक किया और होली के रंगों में रंगे, जिससे यह साबित होता है कि भारत में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है।”

उन्होंने कहा कि रमजान और होली हम लोग मिलकर मनाते हैं। कुछ लोग हैं जो बेतुकी बात करते हैं। जो सनातन का अपमान करते हैं या गाली देते हैं, वे हिंदुस्तानी नहीं हो सकते हैं। पंडित, पुरोहित जो परहित का कार्य करते हैं, जिनके पास जीविकोपार्जन के लिए कोई साधन नहीं हैं, उन्हें केंद्र और प्रदेश सरकार को सहायता करनी चाहिए, जिससे वे परिवार चला सकें और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकें।

अश्विनी चौबे ने बिहार पहुंचे बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर विपक्ष के सवाल उठाने पर कहा कि जो लोग सनातन धर्म का अपमान करेंगे, वे मिट्टी में मिल जाएंगे।