ऊना, 7 मार्च (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवारी और कानूनगो महासंघ की ऊना जिला इकाई शुक्रवार को सड़कों पर उतर आई। लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार को तरह-तरह से मनाने का प्रयास कर रहे राजस्व विभाग के ये कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में आ गए हैं।
हड़ताल पर चल रहे इन कर्मचारियों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय के शहीद स्मारक के नजदीक धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद सभी कर्मचारी आक्रोश रैली के रूप में डीसी कार्यालय पहुंचे, जहां अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की गई और प्रदेश सरकार को प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भी भेजा गया।
कार्यक्रम में संयुक्त पटवारी कानूनगो महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सतीश चौधरी मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे जबकि प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने की। महासंघ ने दो टूक शब्दों में कहा है कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा उनके लिए लिया गया स्टेट कैडर का फैसला किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है।
सतीश चौधरी ने कहा कि महासंघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन करते हुए सरकार को मनाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन सरकार उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है। यही कारण है कि आज पटवारी और कानूनगो सड़क पर उतरने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो उन्हें सामूहिक रूप में निलंबित कर दे या सामूहिक रूप में उनके तबादले कर दिए जाएं, लेकिन वे सरकार द्वारा उन पर थोपे जा रहे स्टेट कैडर का हर हाल में विरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में पटवारी और कानूनगो के पद बड़ी संख्या में खाली हैं। उन्हें भरने के लिए सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जा रहे। साल 2024 में महासंघ द्वारा सरकार के समक्ष करीब 25 मांगों का एक पत्र रखा गया, जिसे पूरा करने का भी आश्वासन महासंघ को दिया गया। लेकिन कर्मचारी अब भी अपनी मांगें पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं।