अयोध्या, 29 सितंबर (आईएएनएस)। गांजे को लेकर विवादित टिप्पणी के बाद यूपी के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ रविवार को बीएनएस की धारा 353(3) के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं, हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि, सपा सांसद अफजल अंसारी द्वारा संतों का अपमान सनातन संस्कृति का अपमान है। कुंभ मेले पर उनका बयान निंदनीय है। उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ऐसे लोग समाज में जहर फैलाते हैं। बतौर सांसद इस तरह बयान देना सनातन संस्कृति और संतों का अपमान है। इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान की हम निंदा करते है। एफआईआर दर्ज किए जाने का हम स्वागत करते हैं। जल्द से जल्द हम उनकी गिरफ्तारी की मांग करते हैं। हम उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से ऐसे व्यक्ति को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की अपील करते हैं।
सांसद अफजाल अंसारी ने कहा था कि कुंभ मेले में लाखों लोग गांजा पीते हैं और इसे भगवान का प्रसाद मानते हैं। यदि गांजा भगवान का प्रसाद है, तो इसे अवैध क्यों माना जाता है। उन्होंने कहा था कि कई साधु-संत और महात्मा गांजे का सेवन करते हैं। आगामी कुम्भ मेला के दौरान यदि वहां एक मालगाड़ी गांजा भी भेज दिया जाए, तो भी वह खत्म हो जाएगा।
सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ गाजीपुर जिले के गोरा बाजार चौकी इंचार्ज राजकुमार शुक्ला की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है।
दरअसल सपा सांसद ने अपने बयान में कहा था कि, “लखनऊ में भी बड़े-बड़े लोग गांजा पीते हैं, इसलिए भांग की तरह सरकार को इसका भी लाइसेंस देना चाहिए। अगर शराब और भांग को कानूनी दर्जा प्राप्त है, तो गांजे को भी वैध कर दिया जाए। हम कहते हैं कि गांजा को कानून का दर्जा देकर वैध कर दो। लाखों की संख्या में लोग खुलेआम गांजा पी रहे हैं। धार्मिक आयोजनों में लोग गांजा पीते हैं। लोग इसे भगवान का प्रसाद और बूटी बताकर सेवन करते हैं।”
उन्होंने सवाल करते हुए कहा था, “भगवान का प्रसाद अवैध क्यों है भाई, यह दोहरी नीति क्यों? कानून में अवैध और पीने के लिए छूट।”