नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना के समुद्री जहाज ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। नौसेना के जहाज आईएनएस सर्वेक्षक ने मॉरीशस के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण का अंतिम चरण पूरा कर लिया है। इसके लिए 25,000 वर्ग मील से अधिक का समुद्री सर्वेक्षण किया गया है।
भारतीय नौसेना के जहाज द्वारा मॉरीशस के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने के उपरांत इसकी पूरी रिपोर्ट मॉरीशस के राष्ट्रपति को सौंपी गई है। मॉरीशस को मिला यह नया समुद्री चार्ट उसके समुद्री प्रबंधन और विकास योजनाओं में मददगार व उपयोगी साबित होगा।
यह सर्वेक्षण 25,000 वर्ग समुद्री मील से अधिक के विस्तृत क्षेत्र को कवर करता है। इस उपलब्धि पर आयोजित एक स्वागत समारोह के दौरान मॉरीशस में भारत के उच्चायुक्त, अनुराग श्रीवास्तव ने मॉरीशस गणराज्य के राष्ट्रपति धरमबीर गोखूल को हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण शीट सौंपी है। साथ ही नए तैयार समुद्री चार्ट और सर्वेक्षण उपकरण प्रस्तुत किए।
नए समुद्री चार्ट के निर्माण से मॉरीशस को अपने समुद्री बुनियादी ढांचे, संसाधन प्रबंधन और तटीय विकास योजनाओं को विकसित करने में मदद मिलेगी। भारतीय नौसैनिक जहाज द्वारा किया गया यह महत्वपूर्ण कार्य समुद्री विकास और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में भारत और मॉरीशस के बीच स्थायी साझेदारी को दर्शाता है।
अपनी मौजूदा परिचालन गतिविधियों के अलावा भारतीय नौसेना के इस समुद्री जहाज ने हाल ही में एक संयुक्त भारत-मॉरीशस योग सत्र की मेजबानी भी की थी। इस योग सत्र के आयोजन में जहाज के चालक दल, नेशनल कोस्ट गार्ड, मॉरीशस और इंदिरा गांधी भारतीय सांस्कृतिक केंद्र (आईजीसीआईसी) के कर्मचारियों ने भाग लिया था।
आईएनएस सर्वेक्षक के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन त्रिभुवन सिंह ने मॉरीशस के आवास और भूमि मंत्री शकील अहमद यूसुफ अब्दुल रजाक मोहम्मद से भी मुलाकात की है।
इस मुलाकात के दौरान भारतीय नौसेना द्वारा किए गए सर्वेक्षण कार्य के विवरण पर चर्चा की गई। भारतीय नौसैनिक जहाज की वर्तमान यात्रा ‘सागर’ दृष्टिकोण के अनुरूप दोनों देशों के बीच निरंतर जुड़ाव और व्यापक साझेदारी की पुष्टि करती है।