नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा रविवार को इस्तीफा दिए जाने का ऐलान करने के बाद सियासी गलियारों में शुरू हुआ प्रतिक्रियाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सियासी पंडित जहां मुख्यमंत्री के इस ऐलान को दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक दांव के रूप में देख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी और कांग्रेस सवाल कर रहे हैं कि आखिर मुख्यमंत्री दो दिन बाद ही क्यों इस्तीफा दे रहे हैं, उन्हें तो अभी इस्तीफा दे देना चाहिए।
इसी बीच, केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान पर उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से ही न्यायिक व्यवस्था को ठेंगा दिखाती हुई आई है। इतने महीनों तक सलाखों के पीछे रहने के बाद भी मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा देना जरूरी नहीं समझा। आम आदमी पार्टी को न्यायिक प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। यह पार्टी शुरू से ही न्यायिक प्रक्रियाओं को ठेंगा दिखाती आई है।
भूपेंद्र चौधरी ने कहा, “मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बीजेपी हर दम न्यायिक प्रक्रिया का पालन करती आई है। लेकिन आम आदमी पार्टी शुरू से ही न्यायिक प्रक्रियाओं को ठेंगा दिखाती आई है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”
बीजेपी नेता ने कहा, “मैं समझता हूं कि आम आदमी पार्टी को, जो आदेश कोर्ट की ओर से दिया गया है, उसे उसका पालन करना चाहिए। इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी हो या कोई और, कोर्ट के आदेश का सभी को पालन करना चाहिए, लेकिन आम आदमी पार्टी शुरू से ही कोर्ट के आदेश की अवहेलना करती आई है। यह पार्टी हमेशा से ही विभिन्न मुद्दों पर राजनीति करती रही है। देश की जनता सब जानती है, लेकिन अब हम इस स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं सकते हैं।”
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से नई आबकारी नीति मामले में जमानत मिल गई। इसके बाद आम आदमी पार्टी में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस बीच, उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।