देहरादून, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा इस वर्ष 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। इसमें लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इसे लेकर राज्य सरकार युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही है ताकि किसी भी श्रद्धालु को परेशानी न हो।
चारधाम की यात्रा को लेकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सचिव पंकज कुमार पांडेय ने गुरुवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक को देखते हुए चारधाम की सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। डबल लेन सड़कें तैयार कराई जा रही हैं। वहीं, भूस्खलन वाले जोन में वैकल्पिक मार्ग चिह्नित किए गए हैं। डीएम सहित अन्य अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि चारधाम की यात्रा के दौरान जो भूस्खलन वाले जोन हैं, वहां पर वैकल्पिक मार्ग तैयार रहे। अगर आपदा या भारी बारिश के दौरान मुख्य सड़क बाधित होती है, तो हम वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग करें, जिससे यात्रा में किसी भी तरह से रुकावट न आए। उन्होंने कहा कि चारधाम की यात्रा के लिए पीडब्ल्यूडी और राज्य सरकार पूरी तरह यात्रियों के स्वागत के लिए तैयार हैं।
गत 14 अप्रैल को मीडिया से बातचीत के दौरान पंकज कुमार पांडेय ने बताया था कि चारधाम यात्रा के मार्ग पर पहाड़ी क्षेत्रों में कई ऐसे स्थान हैं, जहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। अब इन जोखिम भरे दुर्गम स्थानों की पहचान कर वहां पर सुधार कार्य शुरू किए गए हैं, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की दुर्घटना को रोका जा सके।
उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव हो, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो, इसे लेकर प्रशासन अलर्ट है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद नियमित तौर पर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।