नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने शहीदों के बलिदान को याद करते हुए उनकी महानता को नमन किया और केंद्र सरकार पर तीखा हमला भी किया।
कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने कहा, “शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने इस देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। आज जबकि हम उनके सपनों को पूरा करने का विचार करते हैं, केंद्र सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर हमारे आदर्श हैं। दुख की बात है कि दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद इन महापुरुषों की तस्वीरें सरकारी दफ्तरों से हटा दी गईं। यह एक गंभीर चिंता का विषय है।”
केजरीवाल ने आगे कहा, “यह देखकर मुझे बहुत तकलीफ हुई कि जब बीजेपी ने ऐसा किया, तब कांग्रेस ने एक शब्द भी नहीं बोला। इससे यह साफ जाहिर होता है कि दोनों पार्टियों के बीच कोई गहरा गठजोड़ है।”
उन्होंने शहीद भगत सिंह द्वारा लिखी गई चिट्ठियों का जिक्र करते हुए कहा, “जब भगत सिंह जेल में थे, वे अंग्रेजों के खिलाफ जो चिट्ठियां लिखते थे, अंग्रेज उन चिट्ठियों को उनके परिवार और दोस्तों तक भेज देते थे। लेकिन जब मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल को एक चिट्ठी लिखी, तो मुझे शो कॉज नोटिस थमा दिया गया। यह दिखाता है कि हमारे लोकतंत्र में आज भी हमें अपनी बात रखने की स्वतंत्रता नहीं है।”
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा, “दिल्ली चुनाव से पहले मोदी जी ने महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह और गैस सिलेंडर देने का वादा किया था, लेकिन उन योजनाओं का अब तक कोई पता नहीं चला। दिल्ली की जनता ने उम्मीद जताई थी, लेकिन मोदी जी ने उन उम्मीदों को तोड़ा।”
कार्यक्रम में पार्टी नेता सौरव भारद्वाज ने भी भाषण दिया और कहा, “चुनाव के परिणाम आए हुए दो महीने हो चुके हैं। हमारी सरकार बनने के बाद लोगों ने जो प्यार हमें दिया, वह बेशुमार था। अब हालात बदल गए हैं। भाजपा ने पैसे और गुंडागर्दी के सहारे सत्ता हासिल कर लिया। हम जनता के भरोसे के लिए लड़ेंगे।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित थे, जिन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।