लखनऊ, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान के बाद कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। संसद परिसर में गुरुवार को धक्का मुक्की भी हुई। इस पूरे मामले पर अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा है कि कांग्रेस शुरू से ही बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की विरोधी रही है।
लालजी प्रसाद निर्मल ने बताया कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने एक बार कहा था कि उन्होंने डॉ. अंबेडकर के लिए लोकसभा के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखे हैं। कांग्रेस ने 1952 के आम चुनावों में अंबेडकर के पीए को उनके खिलाफ चुनाव लड़वाया था। अंबेडकर कुछ मतों से चुनाव हार गए थे। आगे कांग्रेस ने नारायण काजोलकर को पद्म भूषण से सम्मानित किया था। कांग्रेस ने भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. अंबेडकर को कभी भारत रत्न नहीं दिया। यह कांग्रेस के लगातार दलित विरोधी और अंबेडकर विरोधी रुख को दर्शाता है। कांग्रेस राजनीति की वजह से इस पूरे मामले को तूल दे रही है। लेकिन जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।
संसद में हुई धक्का-मुक्की पर उन्होंने कहा कि इस वक्त नेता विपक्ष और कांग्रेस के पास एक ही एजेंडा है कि कैसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शिकस्त दी जाए क्योंकि पहले इन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि अगर तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो संविधान और आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा। इनका यह एजेंडा फेल हो चुका है। जनता सब कुछ समझ चुकी है। अब इनके पास कोई एजेंडा नहीं है तो वे बाबा साहेब अंबेडकर को आगे करके राजनीति कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त और कुछ नहीं है।
झारखंड से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में अमित शाह के बयान को लेकर रांची में विरोध-प्रदर्शन किया गया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि यह विरोध-प्रदर्शन अमित शाह के खिलाफ है क्योंकि उन्होंने सदन में भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने का काम किया है।
राहुल गांधी द्वारा भाजपा सांसद को धक्का देने पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बहुत ही सरल और सादगी के प्रतीक हैं। वह इस तरह का कोई काम नहीं कर सकते हैं।