नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। इसके बाद सियासत गरमा गई है।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उदित राज ने कहा कि सीएम केजरीवाल के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी जवाब तो नहीं देगी, उनकी पार्टी का यह आंतरिक मामला है कि वो इस्तीफा देंगे कि मुख्यमंत्री बने रहेंगे। मेरा मानना है कि इस कदम के पीछे सहानुभूति के आधार पर वोट लेना है।
उन्होंने कहा कि, उनकी अपनी रणनीति है कि वो क्यों इस्तीफा दे रहे हैं। इस्तीफा देना था, तो जब जेल जा रहे थे, उसी समय दे देना चाहिए था। अब इस समय इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैंं, तो जरूर कोई बात होगी। हम कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। हमारे नेता राहुल गांधी ने उनके जेल जाने के खिलाफ आवाज उठाई थी। विपक्ष को इस देश में प्रताड़ित किया जा रहा है और जांच एजेंसियों का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया जा रहा है। जहां तक लोकतंत्र की हत्या की बात होगी, संविधान बचाने की बात होगी, हम सब लोग एक साथ हैं। आम आदमी पार्टी आज भी इंडिया अलायंस का हिस्सा है। केजरीवाल के इस कदम से उनको कितना लाभ मिलेगा, इसकी तस्वीर आने वाले दिनों में साफ होगी।
वहीं दिल्ली से भाजपा सांसद योगेंद्र चांदोलिया ने कहा कि, केजरीवाल ने इस्तीफा सुप्रीम कोर्ट के दबाव में देने का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट ने जो शर्त लगाई है, उसने केजरीवाल के हाथ पांव सारे बांध दिए गए हैं। अब वह सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाएंगे और खुद शीश महल का आनंद लेंगे। दिल्ली की जनता केजरीवाल के नाटक को जान चुकी है।