नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि मैं दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दे दूंगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी नेता जैस्मिन शाह ने भारतीय जनता पार्टी की लानत-मलामत की।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “अरविंद केजरीवाल ने भारत की राजनीति में ईमानदारी और नैतिकता की एक बड़ी और नई परिभाषा दी है। अरविंद केजरीवाल इनकम टैक्स के कमिश्नर थे। वह चाहते तो हर साल करोड़ों रुपए कमा सकते थे। उन्होंने साल 2000 में इस नौकरी को लात मारकर झुग्गियों में 10 साल तक काम किया। उसके बाद पार्टी बनी और इंडिया अगेंस्ट करप्शन मूवमेंट हुआ। वह देश के सबसे क्रांतिकारी मुख्यमंत्री बने। उन्होंने ऐसे-ऐसे काम किये, जो अभी तक किसी ने नहीं किए। मुफ्त बिजली, पानी, शानदार सरकारी स्कूल, शिक्षा, स्वास्थ्य, अस्पताल यह सब काम उन्होंने ही किए। इसके बावजूद भाजपा वालों ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा। उनके खिलाफ ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियों को छोड़ दिया। उनके पास केजरीवाल के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं था, पर वह केजरीवाल की छवि धूमिल करना चाहते थे।”
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बताया था। उन्होंने उस व्यक्ति को भ्रष्टाचारी बताया, जिस व्यक्ति ने संघर्ष और बलिदान के लिए अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। इसके बावजूद उनके मन में इस बात की इतनी पीड़ा है कि उन्होंने पद छोड़ने और जनता की अदालत में जाने का फैसला किया है। वह अब जनता की अदालत में जाएंगे और जनता जो फैसला करेगी, वह उसे स्वीकार करेंगे।
उन्होंने भाजपा नेताओं पर हमलावर होते हुए कहा कि अब भाजपा के लोग कंफ्यूज हो गए हैं। उनको अभी तक लग रहा था कि ये लोग आप नेताओं को भ्रष्टाचारी और चोर बोलते रहेंगे और लोग इनकी बात मान जाएंगे। केजरीवाल खुद कह रहे हैं कि मैं अपनी अग्नि परीक्षा के लिए तैयार हूं। अब आप चुनाव करवा दीजिए और जनता को यह तय करने दीजिए कि कौन सही है और कौन गलत। इस मामले में भाजपा के कहने से कुछ नहीं होगा। भाजपा दो सालों से यह कह रही है। उन्हें हमारे पास कुछ नहीं मिला। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए कहा कि वह तोते की तरह काम कर रही है। मेरे हिसाब से भाजपा नेताओं के पास अब कहने को कुछ नहीं बचा है। दो से तीन दिन के अंदर विधायक दल की बैठक में अगला मुख्यमंत्री तय किया जाएगा।