‘खिचड़ी मेला’ गोरखपुर के विकास की ब्रांडिंग का होगा अवसर : सीएम योगी

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गोरखपुर, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मकर संक्रांति से महाशिवरात्रि तक चलने वाला खिचड़ी मेला गोरखपुर के विकास की ब्रांडिंग का भी महत्वपूर्ण अवसर होगा। प्रशासन का प्रयास होना चाहिए कि मेले में जो भी श्रद्धालु आएं, वह गोरखपुर के प्रति अविस्मरणीय सकारात्मक छवि अपने मन में संजोकर जाएं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत को लेकर जिन भी विभागों को जिम्मेदार दी गई है, वे अपनी सभी तैयारियां हर हाल में 25 दिसंबर तक पूरी कर लें।

सीएम योगी रविवार शाम गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर लगने वाले विश्व प्रसिद्ध पारंपरिक खिचड़ी मेले की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ हुई बैठक में विभिन्न विभागों की तरफ से खिचड़ी मेला को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी लेने के बाद उन्होंने कहा कि खिचड़ी मेले से न सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश, बल्कि, बिहार, नेपाल समेत देश-दुनिया के सनातन मतावलंबियों की आस्था जुड़ी है। इसके दृष्टिगत मेले में सभी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जाए, जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में आए सकारात्मक बदलाव की ब्रांडिंग खिचड़ी मेले में भी दिखनी चाहिए। इसके लिए सुरक्षा और सभी सुविधाओं पर पूरा ध्यान होना चाहिए। पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन के अलावा श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए सुदृढ़ सड़कों, शौचालय, साफ-सफाई, अलाव, लंगर आदि की भी व्यवस्था में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने खिचड़ी मेला को प्लास्टिक फ्री इवेंट बनाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मेला परिसर में कई जगहों पर जूता चप्पल रखने के भी इंतजाम होने चाहिए। यह भी ध्यान रखा जाए कि खिचड़ी मेले में आने वाला कोई भी श्रद्धालु खुले में न सोए, उसे निकट के रैन बसेरों में सम्मानपूर्वक आवासित कराया जाए।

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी रैन बसेरों में पर्याप्त बिस्तर, कंबल तथा सफाई आदि की व्यवस्था बेहतर हो। इसके साथ ही मेले में लग रहे झूलों की सुरक्षा की समय रहते जांच कर ली जाए। पुलिस को सुरक्षा और सतर्कता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मेले के समय वाहन पार्किंग स्थल में खड़े हों, वाहन स्टैंड पर प्रकाश एवं साफ-सफाई की व्यवस्था हो।

सीएम योगी ने कहा कि खिचड़ी मेला के लिए श्रद्धालुओं को गांव-गांव तक परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। परिवहन विभाग रोडवेज बसों के पर्याप्त इंतजाम को सुनिश्चित करे। रेलवे प्रशासन अलग-अलग स्टेशनों से मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन कराएगा। गोरखपुर स्टेशन और बस स्टैंड से इलेक्ट्रिक सिटी बसों की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इन सुविधाओं की जानकारी भी अभी से लोगों को दी जाए। स्वास्थ्य विभाग को मेला के दौरान विशेष तौर पर अलर्ट रहना होगा। मेला परिसर में हेल्थ कैंप भी लगाया जाए।

खिचड़ी मेले की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में जारी विकास परियोजनाओं की प्रगति भी जानी और स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में किए जाने वाले अन्य संभावित कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में डबल डेकर बसों के चलाने की संभावना पर भी विचार किया जाना चाहिए। शहर में पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए जीडीए, नगर निगम, प्रशासन और पुलिस को समन्वित कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि जहां भी पार्किंग की जरूरत है, वहां पार्किंग बनाएं और जहां मल्टीलेवल पार्किंग की जरूरत हो, उसके लिए जमीन चिन्हित करें।

उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि नाबालिगों के हाथ में वाहनों की कमान न हो। मुख्यमंत्री ने फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी की प्रक्रियात्मक प्रगति के साथ जटायु संरक्षण केंद्र के संचालन की भी जानकारी ली। उन्होंने सभी सड़क परियोजनाओं को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने और सुचारू विद्युत आपूर्ति के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने रोड प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान कहा कि सड़क के किनारे के नालों को कवर्ड कराएं, ताकि उनका इस्तेमाल फुटपाथ के रूप में हो सके।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 10 से 12 जनवरी तक होने वाले गोरखपुर महोत्सव की तैयारियों की जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ग्राम पंचायत, न्याय पंचायत तथा विकास खंड स्तर पर खेल व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन कर इसे गोरखपुर महोत्सव से जोड़ें। साथ ही महोत्सव में गोरखपुर के इतिहास और विकास की प्रदर्शनी भी लगाई जाए।

समीक्षा बैठक के दौरान नगर आयुक्त ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि प्रयागराज महाकुंभ के दृष्टिगत गोरखपुर शहर में 14 स्थायी रैन बसेरों के अलावा तीन नए अस्थाई रैन बसेरे बनाए जाएंगे। रैन बसेरे रेलवे और बस स्टेशन के पास होंगे, ताकि प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सुविधा उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन रैन बसेरे में सुविधा के साथ सुरक्षा की भी पूरी व्यवस्था हो। पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस की ड्यूटी भी रहे।