नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने इस बार जनकपुरी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बदलते हुए राजेश ऋषि की जगह प्रवीण कुमार को मैदान में उतारा है। प्रवीण कुमार पहले से ही पार्टी के सक्रिय सदस्य रहे हैं और दिल्ली के जंगपुरा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं।
प्रवीण कुमार का जन्म 21 दिसंबर 1984 को भोपाल में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भोपाल से प्राप्त की और बाद में दिल्ली आकर विज्ञान विषय में स्नातक और एमबीए की डिग्री हासिल की। एमबीए करने के बाद प्रवीण कुमार ने दिल्ली में नौकरी शुरू की। लेकिन 2011 में अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से प्रभावित होकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और इस आंदोलन में शामिल हो गए। आंदोलन के बाद प्रवीण कुमार ने आम आदमी पार्टी से जुड़ने का निर्णय लिया।
प्रवीण कुमार की राजनीति की शुरुआत आम आदमी पार्टी से जुड़ने के बाद हुई। पहले उन्हें दिल्ली प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया और फिर 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें जंगपुरा से उम्मीदवार घोषित किया गया। इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की और विधायक बने। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी वह अपनी सीट बरकरार रखने में सफल रहे।
प्रवीण कुमार का परिवार बेहद साधारण है। उनके पिता पीएन देशमुख भोपाल के जिंसी चौराहा स्थित ज्योति टायर वर्क्स नामक दुकान में पंचर बनाने का काम करते हैं। विधायक बनने के बावजूद भी उनके पिता की दुकान पर कोई बदलाव नहीं आया और वह अपनी पुरानी दिनचर्या में ही व्यस्त रहते हैं।
बता दें कि दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर पांच फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा आठ फरवरी को होगी। दिल्ली में 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं। वहीं, फर्स्ट टाइम वोटर की संख्या 2.08 लाख है।