जन्मदिन विशेष : पीएम मोदी से जुड़े अविस्मरणीय पल, जिसने बटोरी सुर्खियां

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नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपना 74वां जन्मदिन मनाएंगे। इसको लेकर भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम जनमानस में जश्न का माहौल है।

लोकसभा चुनाव में तीसरी बार जनादेश हासिल करने के बाद पीएम मोदी एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे है। अभी तक के दस सालों के कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपने ऐतिहासिक फैसलों के जरिए एक लंबी लकीर खींची है। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर हम आपको पीएम मोदी से जुड़े कुछ ऐसे ऐतिहासिक पलों के बारे में बताएंगे, जो अविस्मरणीय हैं।

पीएम मोदी के सियासी सफर में सबसे महत्वपूर्ण क्षण तब आया, जब उन्होंने 2024 में तीसरी बार पीएम पद की कुर्सी संभाली थी। उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने निर्णायक जनादेश हासिल किया। पीएम नरेंद्र मोदी पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता हैं, जो नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार पीएम बने हैं। दिलचस्प बात यह है कि 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी सत्ता में वापसी की है।

इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी इतालवी समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी की सेल्फी क्लिक सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। मेलोनी द्वारा ली गई तस्वीर में दोनों नेता मुस्कुराते हुए नजर आए थे। इस दौरान मेलोनी ने पीएम मोदी का नमस्ते कहकर स्वागत किया था।

प्रधानमंत्री मोदी की ओर से पीएम आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मेजबानी करने की तस्वीरों ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। बाइडेन प‍िछले साल सितंबर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे। इस दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया था।

चंद्रयान 3 मिशन की ऐतिहासिक सफलता के बाद पीएम मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ को गले लगाते हुए उनका पीठ थपथपाया था। इस दौरान पीएम मोदी ने 23 अगस्त को हर साल भारत नेशनल स्पेस डे मनाने का ऐलान किया था। चांद पर लैंडर जिस जगह उतरा, उस जगह को शिव-शक्ति पॉइंट नाम दिया था।

नई दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास रखा था। इस दौरान पीएम मोदी ने सेंगोल के सामने मत्था टेका था और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु के पुजारियों से आशीर्वाद लिया था। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सेंगोल को नए संसद भवन में ले जाकर लोकसभा कक्ष में अध्यक्ष की कुर्सी के दाहिनी ओर स्थापित किया गया था।

नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखे गए देश के नाम कार्ड पर ‘भारत’ लिखा हुआ था। पूरे शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को ‘भारत’ का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता के रूप में पहचाना गया। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की यह तस्वीर आकर्षण के केंद्र में रही। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा था कि, भारत का जी-20 की अध्यक्षता करना देश के अंदर और बाहर सबका साथ का प्रतीक बन गई है। यह भारत में लोगों का जी-20 बन गया है और देश भर में 200 से अधिक बैठकें आयोजित की गईं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 में कर्नाटक के बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड साइट के दौरे के दौरान तेजस विमान में सवार होकर आसमान में उड़ान भरी, जिसकी तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर खूब धमाल मचाया था। इस दौरान पीएम ने कहा था कि तेजस में उड़ान गजब का अनुभव रहा। इस उड़ान से मेरे अंदर देश की स्वदेशी क्षमताओं पर भरोसा और बढ़ा दिया। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2023 में अहमदाबाद में रोबोटिक्स गैलरी का दौरा किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने रोबोट द्वारा परोसी गई चाय का आनंद लिया था। प्रधानमंत्री ने इस मनमोहक पल को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किया था, जिसका उन्होंने कैप्शन दिया था, ‘रोबोट को चाय पिलाते हुए की तस्वीर देखना न भूलें।’ इसे लाखों लोगों ने लाइक किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में पार्वती कुंड में पूजा-अर्चना की थी और ध्यान साधना की थी। इसके बाद उन्होंने कैलाश व्यू प्वाइंट से आदि कैलाश के दर्शन किए थे। इस आध्यात्मिक क्षण के दौरान उन्होंने ढोल और शंख भी बजाया था।

2024 लोकसभा चुनाव प्रचार के खत्म होने के बाद पीएम मोदी कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे की ध्यान साधना की थी। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के सामने बैठकर ध्यान लगाया था। इस दौरान पीएम मोदी ने विवेकानंद शिला के पास स्थित तमिल कवि तिरुवल्लुवर की 133 फीट ऊंची प्रतिमा के दर्शन किए थे।