जबलपुर, 26 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में दृष्टिबाधित छात्रों को कंप्यूटर में दक्ष बनाने की अभिनव पहल हुई है। यहां दिव्यांग बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा देकर उन्हें दक्ष बनाया जाएगा ताकि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।
राज्य के सभी जिलों में पीएम श्री कॉलेज की शुरुआत की गई है। जबलपुर में भी यह कॉलेज है और यहां प्रदेश की पहली कंप्यूटर लैब बनाई जा रही है, जिसके लिए चेन्नई की हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन संस्था और पीएम श्री कॉलेज प्रबंधन के बीच एमओयू हुआ। दृष्टिबाधित के लिए पीएम श्री कॉलेज में बन रही इस खास लैब में तकनीकों से लैस 40 कंप्यूटर इंस्टॉल किए जाएंगे।
प्रोफेसर डॉ. अरुण शुक्ला ने बताया है कि कॉलेज में लगभग 100 दृष्टिबाधित छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। कॉलेज का उद्देश्य इन छात्रों के जीवन को एक नई दिशा देना है। इसके लिए उन्हें दो साल का रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद इन छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने की कोशिश महाविद्यालय द्वारा की जाएगी। छात्रों को कंप्यूटर ट्रेनिंग देने के लिए हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन के प्रशिक्षक जबलपुर आएंगे।
प्रोफेसर शुक्ला के अनुसार, नेत्रहीन छात्रों को अत्याधुनिक तकनीकों और ऐप्स के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। दृष्टिबाधित छात्र वर्तमान में कॉलेज में ही कंप्यूटर सीख रहे हैं, कंप्यूटर में स्क्रीन रीडर होता है, जो टाइप किए गए शब्दों को बोलकर सुनाता है, जिससे उन्हें समझने में कोई कठिनाई नहीं होती है।
उन्होंने बताया कि लैब जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगी, जिससे इन छात्रों को नई तकनीकी शिक्षा मिलने के साथ-साथ रोजगार के बेहतर अवसर भी मिलेंगे।
हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन संस्था की ओर से बताया गया है कि यहां के दृष्टिबाधित बच्चों को हम कंप्यूटर की शिक्षा देने आ रहे हैं ताकि ये बच्चे कंप्यूटर शिक्षा में दक्ष हों और रोजगार के बेहतर अवसर हासिल कर सकें। इस कार्यक्रम का मकसद दृष्टिबाधित छात्रों को सामान्य छात्रों के बराबर तैयार करने की कोशिश है।
महाविद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए हुए करार को लेकर छात्र भी खुश हैं।