जयराम रमेश ने गिनाईं अटल पेंशन योजना की खामियां, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया करारा जवाब

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नई दिल्ली, 26 मार्च (आईएएनएस)। अटल पेंशन योजना को लेकर मीडिया में प्रकाशित एक खबर को आधार बनाकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि अटल पेंशन योजना एक “खराब ढंग से डिजाइन की गई योजना” और “कागजी शेर” है। अब इसका जवाब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया है।

निर्मला सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश तथ्यों को छिपाने और कुतर्क के लिए जाने जाते हैं। वह एक अच्छी पेंशन योजना को दुर्भावनापूर्ण नजरिए से देख रहे हैं और साथ ही इसके बुनियादी सिद्धांतों से अनभिज्ञ हैं।

वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस इस बात को पसंद करती है कि गरीबों को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए ताकि वे सरकारी सहायता पर निर्भर रहने को मजबूर हो जाएं। उन्होंने कहा कि अटल पेंशन योजना बेहतरीन तरीके से बेहतर विकल्पों के साथ और उसके आधार पर डिजाइन की गई है, ताकि ग्राहक द्वारा विकल्प नहीं चुनने तक प्रीमियम भुगतान स्वतः जारी रहे। यह ग्राहकों के सर्वोत्तम हित में है। लोगों को हर साल इसे जारी रखने का निर्णय लेने की आवश्यकता नहीं है। हां, लोग चाहें तो इसे बंद करने का निर्णय ले सकते हैं।

वित्त मंत्री ने आगे लिखा है कि जयराम रमेश इसे निश्चित आय पेंशन कहते हैं। उन्होंने तथ्यों की जांच करने की जहमत नहीं उठाई है। प्रचलित ब्याज दरों और रिटर्न की परवाह किए बिना, योजना के तहत न्यूनतम रिटर्न की गारंटी भारत सरकार द्वारा कम से कम 8 प्रतिशत दी जाती है। यह एक आकर्षक गारंटीकृत न्यूनतम रिटर्न है। वास्तविक रिटर्न में किसी भी कमी की भरपाई के लिए भारत सरकार पीएफआरडीए को सब्सिडी का भुगतान करती है। यदि एपीवाई के अंशदाताओं के योगदान पर उच्च निवेश रिटर्न प्राप्त होता है, तो ग्राहकों को उच्च पेंशन का भुगतान किया जाएगा।

सीतारमण ने आगे लिखा है कि जयराम रमेश का कहना है कि लोगों को इसमें शामिल होने के लिए “धोखा दिया जा रहा है और मजबूर किया जा रहा है।” कांग्रेस तो अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के नाम पर हमेशा वोट बैंक की राजनीति करती है। एसबीआई के पूर्व चेयरमैन आर.के. तलवार ने इस्तीफा दे दिया था क्योंकि उन्होंने वंशवाद की पोषक पार्टी के पसंदीदा लोगों को ऋण देने से इनकार कर दिया था। जहां तक गरीबों और निम्न मध्यम वर्ग के लिए बनाई गई सब्सिडी वाली योजना के लिए अधिकांश पेंशन खातों के निचले स्लैब में होने का सवाल है, तो यह स्पष्ट है। वस्तुतः यह योजना के उचित लक्ष्यीकरण को दर्शाता है।

भाजपा नेता ने कहा कि ऐसे में ‘राजवंश’ और उसके समर्थकों की अभिजात्य मानसिकता, जो लगातार समाज के उच्च स्तर के लोगों के बारे में सोचते रहते हैं, शायद उन्हें इस स्पष्ट सत्य से अनभिज्ञ कर देती है। कांग्रेस को लगता है कि गरीबों को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए, ताकि वे सरकारी सहायता पर निर्भर रहने के लिए मजबूर हो जाएं।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता ने मंगलवार को अटल पेंशन योजना को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि वित्त मंत्री 24 मार्च को बेंगलुरु में मोदी सरकार द्वारा अपने “प्रमुख सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम” के रूप में शुरू की गई अटल पेंशन योजना के लाभों के बारे में बता रही थीं। उन्होंने कहा, “यह मोदी सरकार की नीति निर्धारण का एक उपयुक्त प्रतिनिधित्व है, हेडलाइन प्रबंधन, जिसका वास्तव में लोगों तक बहुत कम लाभ पहुंच रहा है।”