टिहरी, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तराखंड के टिहरी जिले में एनीमिया से पीड़ित किशोरियों के लिए आयरन युक्त लड्डुओं का निर्माण किया जा रहा है। इस पहल को बाल विकास विभाग और स्वावलंबी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है।
यह लड्डू न सिर्फ किशोरियों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करेंगे, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता का माध्यम भी बन रहे हैं। जिले के चंबा विकासखंड के ग्राम दिखोलगांव मनियार में महिलाओं का एक समूह दिन-रात मेहनत कर इस योजना को मूर्त रूप दे रहा है।
हर लड्डू का वजन 50 ग्राम है और इसकी कीमत करीब 12 रुपए निर्धारित की गई है। इन लड्डुओं को पोषण से भरपूर बनाने के लिए इनमें पोहा, चना, सोयाबीन, नारियल, किशमिश, तिल, घी और गुड़ जैसे नौ पोषक खाद्य पदार्थों को शामिल किया गया है। इन आयरन युक्त लड्डुओं का सेवन खून की कमी वाली किशोरियों के लिए दवा की तरह काम करेगा, जिससे शरीर में आयरन की पूर्ति हो सकेगी और एनीमिया की समस्या से राहत मिलेगी।
स्वावलंबी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस पहल में पूरी मेहनत से लगी हुई हैं। फिलहाल बाल विकास विभाग की तरफ से 18,700 लड्डुओं का ऑर्डर मिला है। समूह की अध्यक्ष सविता रावत ने बताया कि अब तक वे 15 हजार से अधिक लड्डू तैयार कर बाल विकास विभाग को उपलब्ध करा चुकी हैं और शेष लड्डू भी पैकिंग सहित जल्द ही तैयार कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा उनके काम की सराहना और गुणवत्ता को देखते हुए इस वर्ष पूरे जिले में लड्डू सप्लाई का अवसर मिला है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बाल विकास विभाग का आभार जताया है।
यह योजना महिलाओं के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता का एक मजबूत जरिया बन रही है। राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वरोजगार योजनाओं के तहत महिलाओं को अपने ही गांव में रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। इस पहल से जुड़ी महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, बल्कि अपने सामाजिक दायरे में भी मिसाल पेश कर रही हैं। रॉ मटेरियल की आपूर्ति ऋषिकेश से की गई है और पैकिंग के बाद लड्डुओं की सप्लाई ब्लॉक स्तर पर शुरू हो चुकी है।