नई दिल्ली, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार सुबह से बूंदाबांदी हो रही है, जिससे ठंड और बढ़ गई है। कई इलाकों में तेज तो वहीं कई इलाकों में हल्की बारिश हो रही है। तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। बारिश की मुख्य वजह पश्चिम विक्षोभ का सक्रिय होना बताया जा रहा है।
आईएमडी के मुताबिक शुक्रवार को दिन भर घने बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। गरज और चमक के साथ बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 20 और न्यूनतम 11 डिग्री तक रह सकता है।
आईएमडी के मुताबिक 28 और 29 दिसंबर को भी बारिश होने की संभावना है, इस संबंध में आईएमडी की ओर से अलर्ट जारी किया जा चुका है। दिल्ली में दिन के समय में हल्की से मध्यम बारिश होगी और कई जगहों पर मध्यम कोहरा छाया रह सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पहाड़ों पर बर्फबारी जारी है और इस बीच एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ निचले स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में चल रहा है। जिससे शुक्रवार और शनिवार को अरब सागर के साथ ही बंगाल की खाड़ी से भारी नमी आएगी। इसके चलते ही पंजाब, हरियाणा सहित 10 राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। इससे ठंड और बढ़ेगी।
बता दें कि मौसम विभाग ने गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में तीन दिनों तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली- एनसीआर के लोगों को 27 और 28 दिसंबर को तेज बारिश और तेज हवा का सामना करना पड़ सकता है। बारिश के बाद लोगों को घने कोहरे और तापमान में गिरावट का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने 27 और 28 दिसंबर को तूफान के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई थी।
मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान न्यूनतम तापमान भी तकरीबन 3 से 4 डिग्री बढ़ जाएगा। इसके बाद वह 11 डिग्री पर पहुंच जाएगा जबकि अधिकतम तापमान 23 डिग्री बने रहने की संभावना जताई गई थी। 29 से 31 दिसंबर तक घना कोहरा छाया रहेगा और इस दौरान एक बार फिर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
मौसम विभाग ने आगे कहा था कि 29 दिसंबर को घना कोहरा छाया रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री रहने की संभावना है। वहीं, 30 दिसंबर को भी घना कोहरा छाया रहेगा। हालांकि, इस दिन अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रहने की संभावना है। विभाग के मुताबिक पहाड़ों पर हो रही लगातार बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के चलते ही मैदानी इलाकों में भी लोगों को ठिठुरन भरी सर्दी का सामना करना पड़ेगा।