द्वारकाधीश और रुक्मणि माता का शुभ विवाह उत्सव धूमधाम से संपन्न

0
15

द्वारका, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। यात्राधाम द्वारका में भगवान द्वारकाधीश और माता रुक्मणि के शुभ विवाह का भव्य आयोजन चैत्र शुक्ल एकादशी के पावन अवसर पर संपन्न हुआ। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और इसे रुक्मणि मंदिर के पुजारी परिवार द्वारा धूमधाम से आयोजित किया जाता है। इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने इस धार्मिक समारोह का हिस्सा बनकर खुद को धन्य महसूस किया।

रुक्मणि मंदिर के पुजारी अरुणभाई दवे ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यह विवाह उत्सव शास्त्रों के अनुसार पारंपरिक रीति-रिवाजों और धार्मिक विधि-विधानों के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान द्वारकाधीश की बारात उनके मंदिर से रुक्मणि मंदिर तक जाती है। रुक्मणि मंदिर में हर्षोल्लास के माहौल में भगवान और माता का विवाह संपन्न होता है।

उन्होंने कहा, “यह परंपरा जय पुरुष मृगा एकादशी के दिन मनाई जाती है। इस मौके पर हजारों भक्त दर्शन और आशीर्वाद लेने द्वारका पहुंचते हैं। विवाह के बाद भगवान कृष्ण और रुक्मणि के सम्मान में भव्य भोज का आयोजन होता है, जिसमें सभी भक्त प्रसाद ग्रहण करते हैं। हमारा पुजारी परिवार इस मनोरथ को और बेहतर बनाने के लिए प्रार्थना करता है।”

इस समारोह में शामिल एक श्रद्धालु शिल्पा ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि यह आयोजन उनके लिए बेहद खास है। उन्होंने बताया, “एक साल पहले मैं यहां विवाह उत्सव के दौरान आई थी और रुक्मणि मैया से प्रार्थना की थी कि अगर उनकी कृपा हुई तो मैं द्वारका में संपत्ति का व्यवसाय शुरू करना चाहती हूं। मैया ने मेरी प्रार्थना सुन ली। एक साल में मैंने जितना कमाया, उतना अपनी पूरी जिंदगी में नहीं कमाया था। आज फिर से मैया के विवाह में शामिल होने का सौभाग्य मिला। इस बार 8 से 10 हजार लोग इस उत्सव का हिस्सा बने। यह पुण्य का अवसर है।”

श्रद्धालु शिल्पा ने यह भी कहा कि वह इस समारोह को लाइव दिखा रही हैं, ताकि दूर बैठे लोग भी इस आनंद को महसूस कर सकें। उन्होंने सभी से आग्रह किया, “आप जहां भी हों, इसे पूरे मनोयोग से देखें। आपको ऐसा लगेगा जैसे आप भी इस विवाह में शामिल हैं।”