रायपुर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान की गहन समीक्षा की। यह इलाका छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित है, जहां हाल के दिनों में सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाइयों से नक्सलियों पर भारी दबाव बना है।
बैठक में मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट संदेश दिया कि ‘नक्सल उन्मूलन केवल एक अभियान नहीं, बल्कि बस्तर और छत्तीसगढ़ के भविष्य को सुरक्षित करने का एक मिशन है।’
इस बैठक में प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुणदेव गौतम, सीआरपीएफ सहित अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नक्सल विरोधी अभियानों में आपसी समन्वय और सूचना संकलन तंत्र को और अधिक मजबूत बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि प्रदेश सरकार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने के संकल्प के साथ पूरी दृढ़ता से काम कर रही है।
सीएम ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया। उन्होंने कहा, “खत्म हो रहा नक्सलवाद का डर। हमारा बस्तर शांति, खुशहाली और समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। बस्तर की धरती विश्वास और विकास की नई गाथा लिख रही है। लोगों के दिलों को जीतकर, उनके सपनों को साकार करते हुए हम नक्सलवाद के अंधेरे को पीछे छोड़, खुशियों की नई सुबह की ओर बढ़ रहे हैं। अब मार्च 2026 के पहले ही, नक्सलवाद के अंत की यह आशा साकार होती दिख रही है।”
इससे पहले सीएम देव साय ने 21 अप्रैल को एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “डबल इंजन की सरकार में बस्तर को मिलेगी लाल आतंक से मुक्ति, पर्यटन और धरोहर संपन्न इस संभाग में आएगी समृद्धि। संवर रहा छत्तीसगढ़।”